महाकाल की नगरी उज्जैन में दुनिया भर से दर्शालु आते हैं। यहां कई मान्यताएं हैं, जिनसे राजा डरते भी हैं। महाकाल की नगरी में कोई भी राजा रात्रि विश्राम नहीं कर सकता। महाकाल की नगरी उज्जैन में लाखों दर्शालु दर्शन करने आते हैं। महाकाल भगवान शिव को संबोधित करने वाला एक हिंदी शब्द है जो हिंदू धर्म में भयंकरता, नाश और विनाश के देवता के रूप में माना जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए भगवान शिव द्वारा संसार के सबसे भयंकर तंत्रों और तपस्याओं का महाप्रभाव होता है।
महाकाल की नगरी के रूप में उमड़ती शहर उज्जैन है, जो मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है। यह एक प्राचीन शहर है जो हिंदू और जैन धर्म का एक प्रमुख केंद्र था। यहां पर श्री महाकालेश्वर मंदिर है, जो महाकाल की महत्त्वपूर्ण श्रृंखला में से एक है। इस मंदिर में महाकाल का शिवलिंग स्थापित है, जो भगवान शिव के प्रतीक के रूप में माना जाता है।
चिकन और मटन की दुकाने बंद
महाकाल की नगरी में प्रशासन ने अब कारों पर भोंपू बजाना शुरू कर दिया है। कार पर लगे स्पीकर पूरे मोहल्लों में मांसाहार की दुकानों को चेतावनी दे रहे हैं। महाकाल की नगरी उज्जैन में चिकन और मटन की दुकानों को हमेशा के लिए बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। माहाकाल की नगरी में सड़कों पर जो दुकाने लगती थी, उनसे दर्शालु काफी परेशान होते थे। दुकानों के बाहर भी टुकड़े पड़े रहते थे। कुत्ते इन्हे इधर से उधर ले जाया करते थे। अब इन दुकानों पर प्रशासन कार्रवाई कर रहा है।
सिमित समयावधि में दुकानें बंद नहीं की जाती है, तो प्रशासन तोड़ फोड़ भी करेगा। दुकानों को बंद करवाने में हुई तोड़ फोड़ की जिममेदारी स्वयं दूकान मालिक की होगी। उत्तर प्रदेश में भी सावन महीने में लगभग चिकन और मटन की दुकानें बंद रहती है। मुख्य मार्गों पर दुकानें नहीं खोली जाती। खासकर नवरात्रि में इनके लिए निश्चित समय होता है। आस्था से दुकानदार स्वयं भी अपनी दुकानों को बंद रखते हैं।