Parenting Tips: कहते है बच्चे की पहली पाठशाला परिवार होती है। जहां पर बच्चे अच्छे बुरे बातों को सीखता है। लेकिन आज के समय में बच्चे परिवार से आगे निकलने की सोच रखते है। अपने बड़े का कहना मानना उन्हें बिल्कुल भी पसंद नही आता है। कभी कभी तो परिवार के लाख समझाने के बाद भी बहुत से बच्चों की थिंकिंग निगेटिव (Negative thinking) होने लगती है। जो बच्चों की सेहत के लिए सही नहीं मानी जाती है। ऐसे में हम आपके सामने कुछ टिप्स बता रहे है जिसे फॉलो करके आप बच्चों में पॉजिटिविटी ला सकते हैं। बच्चों की सोच को सकारात्मक बनाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स..

नकारात्मक लोगों से रखें दूर

बच्चों में पॉजिटिव सोच लाने के लिए जरूरी है कि बच्चों को ऐसे लोगों से दूर रखें जिनकी सोच निगेटिव हो, क्योंकि संगति का असर बच्चों पर जल्दी होता है और निगेटिव लोगों के साथ रहकर बच्चों की सोच भी वैसी ही हो सकती है.

सकारात्मक रहें
आपके बच्चों की थिंकिंग पॉजिटिव बने रहने के लिए जरूरी है कि खुद को पूरी तरह से पॉजिटिव रखा जाए, इसलिए पहले खुद को पॉजिटिव पर्सनालिटी बनाने पर जोर दें। जिससे आपके बच्चे आपको अपना रोल मॉडल समझते हुए खुद को भी पॉजिटिव रखेंगे।

हमेशा गलती न बताएं

बच्चों की थिंकिंग को पॉजिटिव बनाने के लिए जरूरी है कि परिवार के सदस्य भी  अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखें। हमेशा बच्चों की कमियां ना निकाल कर उनकी अच्छाइयों की ओर भी ध्यान दें। साथ ही अच्छे काम के लिए उनकी तारीफ भी करें। इससे बच्चों में आत्मविश्वास बनेगा।