नई दिल्ली। हमारे देश में टेलेंट वालों की कमी नही है। जिन्होने अपनी प्रतिभा के दम पर देश में ही नही विदेशों में भी अपनी कला का ढंका पीटा है। फिर चाहे बात चांद मे जाने वाले पहले इंसान राकेश शर्मा की हो, या फिर आज की दुनिया में तेजी से बढ़ इंटरनेट की हो, जिसमें गूगल को भी इसके आगे झुकने काे लिए मजबूर होना पड़ा है। आज हम बात कर रहे है दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की जो इस समय आईटी क्रांति के सबसे बड़े पायदान पर बैठे हैं।
आज यह इंसान भले ही इतनी बड़े पोस्ट का हकदार कहलाने के लायक है लेकिन एक समय ऐसा था जब वो कक्षा 12 वीं की परीक्षा में इतने नम्बरभी नही ला पा रहे थे कि एक च्छे कॉलेज में एडमिशन पा सके। हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह के मार्क्स पाकर पास हुए थे सीईओ सुंदर पिचाई…
अभी हाल ही में नई दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के स्टूडेंट्स को गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से मिलने का खास मौका मिला। इस बातचीत को #AskSundar नाम दिया गया था। इस सेशन के मॉडरेटर जानेमाने क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले थे। जिन्होंने पिचाई के साथ उस दौरान खुलकर बातचीत की। स दौरैन उनसे की तरह के सवाल किए गए। सबसे पहले उनसे पूछा गया कि आपने अपना पहला फोन कब खरीदा? जिसके जवाब में सुंदर पिचाई ने बताया कि1995 में मोटोरोला स्टार टीएसी 1995, पहला स्मार्टफोन 2006 में खरीदा था। और आज के समय में उनके पास 20-30 स्मार्टफोन रखे हुए। इसके बाद उनसे उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा गया। कि क्षा 12वीं में आप कितने नंबर से पास हुए थे?
जिसके जवाब में सुंदर पिचाई ने हसंते शर्माते हुए बताया कि इतने नहीं कि एसआरसीसी (श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स) में एडमिशन मिल सके। स जवाब को सुनकर पास बैठे दर्शक हंसहंसकर लोटोट होने लगे।
इसके बाद हर्षा भोगले ने उनसे पूछा कि 12वीं के अंकों को आप कितना महत्वपूर्ण मानते हैं? सुंदर पिचाई ने फिर हसंते हुए बताया कि इस रूम में काफी टीचर्स बैठे हुए हैं, इसलिए इसका जवाब देना ठीक नहीं रहेगा।