नई दिल्ली: जब भी हम आकाश की ओर देखते हैं तो हमें आकाश नीला दिखता है, और रात के समय इस पर कई तारे नज़र आते हैं, लेकिन कभी-कभी आकाश में ऐसी घटनाए घटती हैं जो असामान्य होती हैं। जिसे देख कर हर कोई हैरान हो जाता है। ऐसी ही कुछ हैरान करने वाली घटनाएं अगस्त के महीने में देखने को मिलने वाली है। बीते 1 अगस्त को रात में आपने काफी बड़ा चंद्रमा या सुपरमून (Supermoon) देखा होगा। आपको बतादें ये सुपरमून जैसी खगोलीय घटना अगस्त के महीने में दो बार देखने को मिलेगी। अब 1 अगस्त के बाद दूसरा सुपरमून 30 अगस्त की रात में दिखेने को मिलेगा। इतना ही नहीं इसी महीने अगस्त में कई और भी खगोलीय घटनाएं देखने को मिल सकती हैं।
धरती के किस भाग में दिखा सुपरमून?
1 अगस्त की खगोलीय घटना सुपरमून (Supermoon) अमेरिका में देखने को मिली, हलांकि नेट के माध्यम से पूरी दुनिया ने इसे देखा। अमेरिका में ये खगोलीय घटना एक अगस्त की शाम 6:33 पर देखने को मिली। अब इसके बाद अगली थगोलीय घटना 30 अगस्त को घटने वाली है, 30 अगस्त को आसमान में ब्लू मून देखने को मिलेगा। 30 अगस्त के ब्लू मून को देखने के लिए लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। ये खगोलीय घटना काफी रेयर मानी जारही है। आपको बतादें ऐसी खगोलीय घटना सालों साल बाद घटती हैं।
ब्लू मून कितने साल बाद दिखता है?
खगोल विद मानते हैं कि ब्लू मून हर दो साल के बाद तीसरे साल दिखता है। 30 अगस्त 2023 के बाद अब साल 2026 में फिर से दिखाई देगा। ये खगोलीय घटना आप खाली आंख से भी देख सकते हैं। लेकिन यदि आप टेलीस्कोप की मदद से इस खगोलीय घटना को दखेंगे तो मून लाजवाब नज़र आएगा।
ब्लू मून का मतलब क्या है?
दरअसल ब्लू मून से आम लोग यह समझते हैं कि चांद नीला दिखेगा, लेकिन ऐसा हरगिज नहीं है। आपको बतादें ब्लू मून का मतलब चांद के नीला होने से बिल्कुल नहीं है। जानकार बताते हैं ब्लू मून उसे कहते हैं जब कैलेंडर के एक महीने में दो पूर्णिमा पड़ती हैं तो उसे ब्लू मून कहा जाता है। यदि इसी को दिनों के हिसाब से जोडें तो ऐसा महीना जो 31 दिनों का होता है और उसमें 31 दिन में दो पूर्णिमा पड़े उसे ही ब्लू मून कहा जाता है।