नई दिल्ली: अब विधानसभा चुनाव जितने करीब आते नजर आ रहे है राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने में लगी हुई है। एक ओर क्रांगेस पार्टी जनता को आकर्षित करने के लिए तेजी से लगी हुई है तो वहीं केन्द्रीय सरकार अब जनता के हिंत का ख्याल रखते हुए अगले महीने एक नई योजना ला रही है। इस योजना को महीने 17 सितंबर तक तीन मंत्रालयों एमएसएमई, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय द्वारा लागू किया जाएगा.चलिए जानते है कैसे मिलेगा लोगो को इसका फायदा।
सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana)लागू करने के लिए पब्लिक सेक्टर के बैंकों और स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी (SLBC) के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। जिसमे उन्होंने पीएम विश्वकर्मा योजना को पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को फायदा दिए जाने के मकसद से इस योजना को अगले महीने जारी किए जाने की बात कही है।
17 सितंबर को लागु लिया जाएगा इस योजना को
विश्कर्मा योजना को लाने का मूल उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को अच्छी ट्रेनिंग मिल सके, इसके लिए सरकार कुल 13,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में तीन लाख से ज्यादा लाभार्थियों को जोड़ने का मकसद है। इसके टॉपर सभी पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों इस योजना का फायदा उठा सकते है।
उम्मीदवारो को दी जाएगी 4-5 दिन की ट्रेनिंग
विश्कर्मा लोगों का कौशल बढ़ाने के लिए उन सभी उम्मीदवारों को 4-5 दिन की ट्रेनिंग दिए जाने की बात रखी गई है। इसके लिए सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों, बैंकों के एमडी और एसएलबीसी प्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है। अधिकारीयो की बैठक में पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिए जाने पर चर्चा होगी।
ट्रेनिंग के बाद ले सकेंगे लोन
जो उम्मीदवार इसकी ट्रेनिंग पूरी कर लेता है तो चालू वित्त वर्ष में इस योजना के तहत लाभार्थी कामगारों को 5% ब्याज दर पर 3 लाख रूपये तक का लोन दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए दिया जाएगा।इस योजना का ऐलान पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से भाषण देने के दौरान किया था।