दुनिया में बहुत से लोग अपनी शुरुआत साधारण तरीके से करते हैं लेकिन वे अपने स्तर से ऊपर उठकर अपार सफलता को प्राप्त करने वाले लोगों में एक हो जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही व्यक्ति के बारे में यहां बता रहें हैं। जिसने अपना कार्य बकरी बेचने से शुरू किया था। इस शख्स का नाम नागराजन सेय्यादुरई है।

इनका जीवन सपने देखने के अप्रत्याशित साहस को दर्शाता है। आपको बता दें की नागराजन सेय्यादुरई के पिता सेय्यादुरई तमिलनाडु के अरुप्पुकोट्टई के निवासी थे। इसके परिवार का व्यवसाय बकरी पालन था। जिससे इनका परिवार चलता था हालांकि भाग्य ने नागराजन के परिवार के लिए कुछ और ही सोच रखा था।

आयकर विभाग को भी लगा झटका

नागराजन के जीवन में उस समय मोड़ आया जब आयकर विभाग ने उनके घर पर छापा मारा तथा वहां से 100 किलो सोने के साथ 163 करोड़ रुपये जब्त किये। इतनी बड़ी मात्रा में धन देखकर आयकर विभाग के लोग खुद हैरान थे। यह अप्रत्याशित तूफ़ान नागराजन सेय्यादुरई को उस रास्ते पर ले आया। जिसकी उन्होंने कल्पना तक नहीं की थी। मिली हुई नई संपत्ति के साथ नागराजन सेय्यादुरई ने अवसरों का पूरा लाभ उठाया।

जिसके बाद में उन्होंने एक आरा मिल की स्थापना की। उनको इस काम में अच्छा लाभ प्राप्त हुआ। इसके बाद वे अन्य अवसरों के लिए आगे बढ़ते रहे तथा उन्होंने राज्य राजमार्ग विभाग के तहत सड़क के रखरखाव का ठेका ले लिया। इसके बाद नागराजन ने इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद में वे अपने पिता के व्यवसाय में जुड़ गए तथा स्थानीय नेताओं के साथ जुड़कर वे एक प्रभावशाली नेता बन गए। इसके बाद डीएमके पार्टी के नेताओं के साथ उनका संपर्क हुआ तथा उन्होंने उनसे काफी लाभ प्राप्त किया।

बहुआयामी व्यवसायी

वर्तमान समय में नागराजन तीन अलग लग कंपनियों के निदेशक पद पर हैं। इनके कौशल ने इन्हें करोड़ो रुपये के टेंडर दिलाएं हैं। जिसके कारण की एक बिजनेसमैन के रूप में स्थिति बहुत मजबूत हुई है। लेकिन सत्ता के लोगो के साथ में हुआ नागराजन का उदय विवादों से दूर नहीं रह सका। पोट्टू सुरेश के निधन के बाद में उन्होंने अन्नाद्रमुक नेताओं के साथ में अपने संबंध मजबूत किये। लेकिन निविदा प्रक्रियाओं में रिश्वतखोरी के कारण उनका व्यवसाय जांच के दायरे में आ गया।

जिसके बाद में उनके आवास सहित अन्य कई स्थानों पर छापेमारी शुरू हो गई। छापेमारी में नागराजन के घर से 24 लाख रुपये बरामद किये गए लेकिन नागराजन के सहयोगियों तथा साथियों के स्थान से करोडो रुपये तथा सोने को जप्त किया गया। इन छापो में कुल मिलाकर 100 किलो सोने तथा 163 करोड़ रुपये कैश को जप्त किया गया।