नई दिल्ली। देश दुनिया में देखा जाए तो सिक्कों का इतिहास बहुत पुराना है। कहा तो यह भी जाता है। कि भारत में सिक्कों का प्रचलन तब से शुरू हुआ जब भारत में जनपद व्यवस्था थी। यह प्रथा ईसा पूर्व 600 की है, सिक्के जारी करने वाले उस समय 16 जनपद हुआ करते थे। इसमें काशी, कौशल, मगध, वत्स, कुरू, पंचाल आदि आते थे। यह सभी जनपद अपने अलग-अलग धातु के  सिक्के जारी करने का काम करते थे। और इसी तरह से मिली खुदाई में इसके साक्ष्य भी पाए  गए है। लेकिन आज हम आपको ऐसे सिक्कों के बारे में बता रहे है जो काफी पुराने है और इनकी नीलामी होने के दौरान इसकी बोली करोड़ों में लगी है। आइए जानते है इसके बारे में..

अमेरिका के दुर्लभ सिक्कों जो किसी सग्राहलय की शोभा बढ़ा रहे है। जिसके दर्शन करना भी अब दुर्लभ हो गया है। इसमें डबल ईगल सिक्कों के बारे में शाय़द ही कोई जानता होगा इसे  .जेम्स बर्तान लॉन्गाक्रे द्वारा 1850 में निर्मित किया गया था। जिसकी नीलामी अभी हाल ही में हुई है। जिसमें इसकी कीमत अमेरिकन डॉलर के हिसाब से 20 मिलियन लगाई है, यानी कि यह एक अरब रुपए है।

1787  का सोने का सिक्का

इसी तरह से न्यूयॉर्क में दिखा ब्रशर डब्लून नामक सोने का सिक्का एफ्रेम ब्रशेर के द्वारा 1787 मे तैयार किया था। इसकी नीलामी 2011 में हुई थी तब यह सिक्का 74 मिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ नीलाम हुआ था. इसका दूसरा सैंपल 2014 में 4.5 अमेरिकन डॉलर मे नीलाम किया.यानि की, 35 करोड़ रुपए मे बेचा गया था।

महारानी एलिज़ाबेथ 2007 का सिक्का

महारानी एलिज़ाबेथ का 2007 का सिक्का दुनिया का ऐसा पहला सिक्का रहा है, जिसमे एक मिलियन डॉलर यानी की वैल्यू मार्क की गई है। इस सिक्के को 2007 में रॉयल कनाडियन द्वारा डिजाइन किया गया था। जिसकी बोली 2009 में 4.02 मिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब की लगी थी।

1913 का बने सिक्के की कीमत

1913 में बने इस सिक्के को शमूएल ब्राउन द्वारा डिजाइन किया गया था और लिबर्टी हेड निकेल द्वारा बनाया गया था। इसके बाद 1920 में इस सिक्के कों मार्केट में उपलब्ध कराया गया था. इस सिक्के का पहली सैंपल 2010 में 3.7 मिलियन अमेरिकन डॉलर मे बेचा गया था।

1907 का बना सिक्का

1907 मे ऑगस्ट्स सेंट गोडेंस द्वारा निर्मित किया यह सिक्का को स्मिथसोनियल नाम के म्यूजियम में रखा गया था जिसे 2005 में तीन मिलियन अमेरिकन डॉलर के साथ नीलाम किया गया था।