नई दिल्ली: दीपावली और त्याहारों का सीजन आते ही बाजार में मिठाई की शॉप पर भीड़ लगना शुरू हो जाती है। जिससे चलते मिलवाट का कारोबार भी तेजी के साथ बढ़ना शुरू हो जाता है।हर घर में रोज उपयोग में लाया जाना वाला दूध हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा होता है। बच्चों से लेकर बुढ़े बुजुर्ग तक शरीर को मजबूत रखने के लिए इसका इस्तेमाल करते है लेकिन आज के समय में मिलने वाले दूध में मिलावट इतनी हो रही है. कि ये हमारे शरीर के विकंलाग करने की ओर ले जा रहा है। इसी तरह से दूध में मिलावट करने वाला एक गिरोह पकड़ा गया है। नकली दूध, खोया और मावा बनाने वालें इस गिरोह को पुलिस मुख्यालय और सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने बुधवार (8 नवंबर) तड़के सुबह धर दबोचा है।

पुलिस और सीआईडी क्राइम ब्रांच टीम ने कैथवाड़ा कस्बे में सरस दूध के नाम से सिंथेटिक दूध बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा है। इस मामले में कुल 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है. अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि यह कार्रवाई स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ की गई है.

 ‘रोजाना 50 हजार लीटर दूध किया जाता है तैयार’

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि कैथवाड़ा में पकड़ी गई इस फैक्ट्री में रोजाना करीब 50 हजार लीटर सिंथेटिक दूध तैयार किया जाता है। सीआईडी द्वारा बुधवार (8 नवंबर) को की गई कार्रवाई में भी करीब 50 हजार लीटर सिंथेटिक दूध के अलावा भारी मात्रा में पनीर, मावा के साथ दूध के तीन छोटे टैंकर जब्त किए गए है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दूध और अन्य खाद्य पदार्थ के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है. इस संबंध में एडीजी एमएन ने बताया कि कैथवाड़ा थाना क्षेत्र स्थित कमालिया आइस इंडस्ट्रीज और मिल्क चिलिंग प्लांट में केमिकल के द्वारा सिंथेटिक दूध बनाया जा रहा था.

 केमिकल से तैयार किया जाता है सिंथेटिक दूध

एडीजी एमएन ने बताया कि ये लोग फैक्ट्री में तैयार किए गए मिलवटी दूध को एक छोटे टैंकरों की मदद से दौसा जिले में थाना बांदीकुई स्थित बीएमसी रलावता व झुंपडीन के अलावा थाना बैजूपाड़ा स्थित बीएमसी बिवाई और सिकराय कस्बे में स्थित तीन दूध की डेयरी में सप्लाई करते थे। इस मिलावटी दूध में असली दूध की एक बूंद भी नहीं होती है। इस दूध को हाइड्रोजन पेरॉक्साइड, यूरिया, पाम आयल, कास्टिक सोडा, मिल्क पाउडर इत्यादि की एक निश्चित मात्रा लेकर मशीनों के जरिए तैयार किया जाता है।”