Pachmatha Temple: दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो सबकी जिंदगी में रौशनी और उमंग भरता है. इस बार दिवाली का त्योहार 12 नवंबर को मनाया जा रहा है. इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि धन की देवी लक्ष्मी जी के वजह से लोगों को भी भी पैसों की किल्लत नहीं होती है. लोगों के घर में सुख एवं समृद्धि के लिए दिवाली का पूजन बहुत ही शुभ होता है. ऐसे में देवी-देवताओं के कई ऐसे अनोखे मंदिर हैं जहां आपको कई सारे चमत्कार देखने को मिलते हैं. यही नहीं प्रतिमा गर्भगृह से खुद बाहर आ जाती है तो कहीं तो प्रतिमाओं का आकार बदल जाता है. चलिए आपको इस दिवाली एक ऐसे मंदिर के बारे में बताते है जिसको जानने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे.
माता लक्ष्मी मंदिर
आप्पकी जानकारी के लिए बता दे मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित पचमठा टेंपल के बारे में बहुत से लोग बहुत कुछ कहते है. दरअसल इसका इतिहास करीब 1100 साल पुराना है. कहते हैं कि रानी के दीवान आधार सिंह के नाम पर बने अधारताल तालाब में इस मंदिर को बनाया गया था. असल में ये मंदिर माता लक्ष्मी को समर्पित है और यहां दूसरे देवी-देवताओं की भी मूर्तियां मौजूद है.
असल में ये मंदिर तंत्र साधना के लिए मशहूर है. इस मंदिर की खासियत है कि जो माता लक्ष्मी की मूर्ति यहाँ है वो 3 बार रंग बदलती है. जी हाँ इसी कारण इसे अनोखे मंदिरों की लिस्ट में शामिल किया गया है. ऐसे माना जाता है कि सुबह के समय प्रतिमा का रंग सफेद, दोपहर में पीला और शाम को नीला होता है. बात यही खत्म नहीं होती है कि माता के चरणों में सूरज की किरणें पड़ती है.