Ban On Entry Of 22 Leaders In BJP: चुनाव तो वैसे भी नेताओं को हिला कर रख देता है और वैसे भी विधानसभा चुनाव में बागियों ने भाजपा की नींद उड़ा दी है. कही कांग्रेस परेशान है तो कहीं बागियों की नींद उड़ गयी है. इसी के बाद अब बीजेपी ने कुछ अहम फैसले लिए है. दरअसल अब बीजेपी पार्टी ने अपना मन बना लिया है कि मान-मनौव्वल के बाद भी जो नेता नामांकन वापस नहीं ले रहे हैं और इतना कुछ करने के बाद पार्टी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं ऐसे में उन्हें पार्टी में कभी ‘एंट्री’ नहीं मिलेगी. इस बात का संकेत खुद भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने दिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे इस नामांकन वापसी की प्रक्रिया खत्म होने के बाद भाजपा ने बागियों को वापस पार्टी में लौटने के लिए एक दिन का वक़्त दिया था.इतना कुछ होने के बाद नेता वापस नहीं आए है और अब भी बागी होकर भाजपा प्रत्याशियों को पाला दे रहे हैं. असल में इस मामले को लेकर प्रल्हाद जोशी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी इस बात की चर्चा हो चुकी है. यही नहीं इसकी सख्ती से पालना होगी तो बागी होकर चुनाव लड़ रहे नेताओं के लिए भाजपा अपने दरवाजे बंद कर दिए जाएंगे.
बता दे अगले छह माह बाद लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी कुछ बागी के लिए बिलकुल सख्त हैं. इन बागियों के वजह से विधानसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे है लेकिन पार्टी का कहना है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले फिर पार्टी में शामिल होने की कोशिश करेंगे. लेकिन अब पार्टी ऐसे लोगों को शामिल नहीं करने वाले है.
बीजेपी के बागी नेता
रविन्द्र भाटी, राजेन्द्र भादू, राजेन्द्र भाम्बू, राजेन्द्र नायक, ताराचंद धायल, आशा मीना, गुलाब सिंवर, जीवाराम चौधरी जसवीर सिंह खरवा, इन्दर सिंह, हिम्मत राजपुरोहित, प्रभुदयाल सारस्वत, भवानी सिंह राजावत, मुकेश गोयल, बंशीधर बाजिया, आशुसिंह सुरपुरा, मंगलराम कोली, सुखवंत सिंह.