नई दिल्ली:मोदी की सरकार ने देश की जनता की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए की कई तरह की योजनाए लागू की हैं। फिर चाहे बात किसानों की हो, या फिर बेटियों के भविष्य की हो। इन सभी का जीवन आर्थिक रूप से मजबूत रहे, इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं निकाली है। इन्ही योजनाओं में एक योजना उन लोगों के लेिए है जब बुढ़ापे में उनका कोई सहारा नही होता है तो यह योजना उनके लिए सबसे खास साबित हो सकती है।

बुढ़ापे में हर जरूरी चीजों की पूर्ति के लिए सबसे बड़ा सहारा पेंशन (Pension) को माना जाता है, लेकिन इसका फायदा आप तभी उठा सकते है, जब व्यक्ति अपनी जमापूजी को सही जगह पर निवेश (Invest) करता है। ऐसे में देश के असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को बुढ़ापे में वित्तीय मदद पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने साल 2015 में अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) की शुरुआत की थी।

इस योजना का लाभ कोई भी नागरिक निवेश करने के लिए उठा सकता है। अटल पेंशन योजना के तहत पको अपनी कमाई में से सिर्फ 7 रुपये का निवेश करना होगा। और यही बचत आपके 60 साल के बाद 5000 रुपये की मासिक पेंशन में बदल जाएगी। आइए आपको बताते हैं कि इसके लिए क्या करने की जरूरत है.

18 साल की उम्र से कर सकते हैं निवेश

यदि आप अभी 18 साल के हैं और इस स्कीम से जुड़ते है को इसके लिए आपको हर रोज 7 रुपये निवेश करना होगा। जब आप रिटायरमेंट की कगार में पहुंचते है यानी आप 60 साल पूरा कर चुके होंगे, उस दौरान आपको 5000 रुपये पेंशन के रूप में मिलना शुरू हो जाएगी। इस कैलकुलेशन का पता अटल पेंशन योजना के तहत प्रीमियम चार्ट से चलता है. यानी जब आप रोज 7 रुपये बचाते हैं, तो महीने के आखिर में आपके पास 210 रुपये होंगे। आपकी आयु के साथ आपकी द्वारा निवेश की गई राशि का आंकड़ा बदल जाएगा. वहीं अगर आप 30 साल के हैं तो आपको हर महीने 5000 रुपये का पेंशन पाने के लिए 30 साल तक 577 रुपये प्रति माह का निवेश करना होगा।

अटल पेंशन योजना की नियम और शर्तें

1 इस योजना के तहत आप उम्र 18 से 40 साल के बीच तक निवेश कर सकते हैं

2 आपको अपने 60 साल तक इसमें निवेश करना होता है

3 अगर इस दौरान सब्सक्राइबर की मृत्यु हो जाती है तो यह पेंशन उसके पति या पत्नी को दी जाती है। अगर दोनों की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन का पैसा नॉमिनी को दिया जाता है।