नई दिल्ली: बीते एक महीने से गज़ा में जारी जंग के बीच भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अपना पक्ष रखते हुए एक बार फिर फलीस्तीन के पक्ष में बयान दिया है। भारत की ओर से अपना पक्ष रखते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने स्पष्ट कहा है कि, संप्रभु और स्वतंत्र फिलिस्तीन के लिए सीधी बातचीत ही एक मात्र सही विकल्प हैं। रुचिरा कंबोज ने कहा कि, अलग और स्वतंत्र व संप्रभु फिलिस्तीन राष्ट्र की पक्षधर है। कम्बोज ने कहा कि भारत अपने सिद्धांतों पर अटल है और भारत चाहता है कि इजरायल शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मान्य सीमाओं के भीतर रहते हुए दूसरों की सीमाओं और सम्प्रभुता का सम्मान करें। उन्हींने कहा कि भारत हमेशा से कहता आया है कि इजरायल और फिलिस्तीन आपसी विवाद सुलझाने के लिए द्वि-राष्ट्र समाधान का पालन करे। इसके अलावा भारत इजरायल पर हमास द्वारा किये गए हमले की कठोर शब्दों में निंदा भी की।

यूएन में अपने सिद्धान पर अडिग भारत

फिलिस्तीन के मौजूदा हालात पर यूएन में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ”इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे का न्यायसंगत, शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान प्राप्त करने के लिए भारत लगातार अपने रुख पर तटस्थ है। भारत ने हमेशा इजरायल के साथ शांति पूर्ण मान्य सीमाओं के भीतर रहने वाले फिलिस्तीन को पूर्ण संप्रभुता सम्पन्न राष्ट्र के लिए सीधी बातचीत को तरजीह देता है।” इसके अलावा भारत चाहता है कि दोनों देशों के बीच शांति कायम हो। कंबोज ने दुनिया के तमाम देशों द्वारा शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों के सराहना की।

फिलिस्तीन के लिए भारत भेज रहा राहत सामग्री:

यूएन को संबोधित करते हुए कंबोज ने कहा कि भारत पहले ही 70 टन से ज्यादा आपदा राहत सामग्री फिलीस्तीन को पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि हमारा देश भारत मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। आपको बता दे भारत 17 तन दवाओं की 2 खेप के साथ कुल 70 टन राहत सामग्री अब तक फिलिस्तीन पहुंच चुका है।
उन्होंने बताया कि , “भारत फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के सलाहकार आयोग के सदस्य के रूप में सक्रिय भूमिका लगातार निभा रहा है।”