Manglik Dosh Nivaran: दरअसल कुंडली में मांगलिक दोष का नाम सुनते ही आज से ज्यादा लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है. कुछ लोगों के कुंडली में तो ये अच्छा फल देता है लेकिन कुछ लोगों के जीवन में ये फल लाभकारी नहीं होता है. ऐसे में आपको किसी भी वजह से डरने की जर्रूरत नहीं है. क्योंकि मांगलिक होने का सीधा सा मतलब है कि कुंडली में मंगल की स्थिति काफी मजबूत और पावर में है. किसी किसी लोगों के जीवन में मंगल किन्हीं कारणों से कमजोर हो जाता हो तो भी मंगल दोष माना जाता है. इन लोगों विवाह में देरी से होता है. चलिए आपको इसके बारे में बताते है.

कुंडली में कहाँ है मंगल

आपकी जानकारी के लिए बता दे की अगर विवाह से पूर्व कुंडली मिलान की जाती है तो दोनों की कुंडली में मांगलिक योग होने चाहिए. मान लीजिये मांगलिक विचार करने के लिए कुंडली में मंगल के स्थिति को समझना बहुत ही ज्यादा जरुरी है. ऐसे में वर या कन्या की कुंडली में एक में मंगल हो तो दूसरे की कुंडली में भी इन्हीं स्थानों पर मंगल हो तो फिर आपको विवाह शुभ फलदायक देता है. यही नहीं ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से र कुंडली में इस तरह का विवाह वर वधू को दीर्घायु देता है.

मंगल दोष को ठीक करने का उपाय

बता दे अगर किसी की कुंडली में मांगलिक दोष है तो आपको परेशान होने की जरूत नहीं है. क्योंकि मांगलिक दोष का निवारण है. दरअसल पंडितों द्वारा बताए गए उपाय से आपके जीवन से ना सिर्फ मंगल बल्कि सूर्य शनि राहु और केतु की स्थिति भी अच्छी होतो जाती है. आपको जानकर हैरानी होगी की मंगल स्वयं भी कुछ परिस्थितियों में दोष निवारण करने में सक्षम होता है. जैसे की हनुमान जी की पूजा, शंकर जी को जल एवं शिव परिवार की सेवा से आपको अच्छा जीवनसाथी मिलता है और साथ ही आपका दाम्पत्य जीवन सुख से भरा रहता है.