Goat Farming जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं भारत की 30% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। इन आबादी के लिए कृषि और पशुपालन इनके जीने का मुख्य स्त्रोत है। ऐसे में कई लोग पशुपालन में बकरी को अपना सही विकल्प मानते हैं। 

अगर आप भी बकरी पालन शुरू करना चाहते हैं तो आपके यहां बताई गई नस्ल का चयन करना चाहिए। जी हां, हम बात कर रहे हैं जमनापारी नस्ल के बकरियों की। यह बकरियां मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश की इटावा इलाके में पाई जाती है। आपको बता दें यह बकरी काफी ज्यादा सेहतमंद और तंदुरुस्त होती है। केवल भारत में ही नहीं बल्कि इस नस्ल की बकरियों की विदेश में भी बहुत अधिक डिमांड है। 

एक दिन में कितना देती है दूध Goat Farming

आपको बता दें जमनापारी नस्ल की बकरियां 1 दिन में चार से पांच लीटर दूध देती है। आपको बता दे इनका दुग्ध काल 175 से 200 दिनों तक का होता है। हनुमान के तौर पर ऐसा कहा जा सकता है कि एक बार में यह बकरियां 500 लीटर तक दूध दे सकती हैं। इसी के साथ ही आपको बता दे इस नस्ल की बकरियां एक बार में दो बच्चे पैदा कर सकती हैं। 

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क्या है इसकी खसियत 

  • इस प्रकार की बकरियां यूपी के अलावा बिहार मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी पाए जाते है। 
  • इन बकरियों को पहचानने का आसान तरीका है कि यह आकार में बहुत बड़े होते हैं और उनके कान पीछे की तरफ लटके होते हैं।
  • बकरा एवं बकरी दोनों नशे में आपको सिंह दिखाई देंगे। 
  • इसके अलावा इस प्रजाति में बकरा एवं बकरी दोनों के पैरों पर पीछे की तरफ लंबे और घने बाल होते हैं।
  • समानता इन बकरियों का रंग सफेद होता है कभी कबार इन पर लाल धारियां भी देखने को मिलते हैं।