आज के समय में ज्यादातर लोग अपना समय बचाने और लंबी यात्राओं के लिए हवाई जहाज से यात्रा करते हैं। लेकिन पहले एयरप्लेन की टिकट के दाम ज्यादा होते थे, लेकिन अब इसके दाम को घटा दिया गया है जिससे अब एक आम आदमी भी हवाई जहाज से यात्रा कर सकता है।
हवाई जहाज से यात्रा करना काफी डरावना भी होता है, इसलिए हवाई जहाज़ के उड़ान भरने से पहले उसके इंजन का परीक्षण किया जाता है। इस दौरान हवाई जहाज के इंजन में चिकन गन के जरिए मुर्गियां डाली जाती हैं। ऐसा करने के पीछे एक जरूरी वजह है जिसके बारे में आप बहुत कम लोग जानते होंगे।
आप कई बार फ्लाइट में सफर किया होगा और फ्लाइट से जुड़ी कई बातें भी सुनी होंगी। क्या आप जानते हैं कि सोशल मीडिया पर एक तथ्य यह भी है कि एक समय ऐसा भी आता है जब हवाई जहाज के इंजन में मुर्गियां डाली जाती हैं। आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर इंजन में मुर्गों को क्यों फेंका जाता है।
पक्षियों से बचाव के लिए
ऐसा फ्लाइट के इंजन का परीक्षण करने के लिए किया जाता है। कई बार आपने सुना होगा कि आसमान में उड़ने वाले पक्षी फ्लाई विंग से टकरा जाते हैं, जिससे हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है। इसलिए इंजन में मुर्गियों को डाल कर पक्षियों के हमले के खिलाफ परीक्षण किया जाता है। इस दौरान इसके इंजन में चिकन गन के जरिए चिकन डाला जाता है।
हवाई जहाज़ के इंजन में मुर्गियाँ क्यों फेंकी जाती
कई बार पक्षी उड़ते समय हवाई जहाज से टकरा जाते हैं और इससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में उड़ान भरने से पहले सुनिश्चित किया जाता है कि पक्षी के टकराने से विमान का इंजन काम करना बंद न कर दे।
हवाई जहाज के बारे में तथ्य
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हवाई जहाजों में वैक्यूम शौचालयों का उपयोग किया जाता है, जिन्हें फ्लश करने पर जबरदस्त सक्शन उत्पन्न होता है। यदि आप शौचालय में बैठकर फ्लश करते हैं, तो सक्शन के कारण इसमें फंस भी सकते हैं, इसलिए आपको शौचालय में बैठकर कभी भी फ्लश नहीं करना चाहिए। हवाई जहाज को इस तरह से डिजाइन किया जाता है जिससे बिजली गिरने से इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं होता है।