नई दिल्ली। हमारा देश कृषिप्रधान देश है जहां कि धरती से हमें कई तरह की फसले मिलती है। देश का किसान हर चार मेहनत में कड़ी मेहनत के बाद फसल उगा पाता है। लेकिन फसलों में उसे ज्यादातर मेहनत के अनुसार फायदा नही पहुंचता है। आज हम आपको ऐसी फसल के बारे में बता रहे है जिसको किसान बिना किसी मेहनत के कम लागत और कम समय में बेहतर मुनाफा प्राप्त कर सकते है। हम यहां बात कर रहे है नगदी फसल की खेती की।
आज के समय में ज्यादातर किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर नगदी फसल की खेती ज्यादा करने लगे हैं। जिसमें किसानों को धान और मक्का की खेजी से कहीं ज्यादा तंबाकू की खेती से मुनाफा कमा रहे हैं। वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर प्रखंड अंतर्गत पकड़ी गांव निवासी संतोष कुमार सिंह पहले पांच एकड़ जमीन में पारंपरिक खेती किया करते थे। जिसमें अधिक मेहनत के साथ खर्च भी अधिक होता था लेकिन जबसे तंबाकू की खेती करने लगे है तब से अच्छी कमाई कर रहे हैं। अब वो पारंपरिक खेती को त्याग कर पिछले चार साल से तंबाकू की ही खेती कर रहे हैं।
संतोष कुमार सिंह ने बताया कि 2015 से वो तंबाकू की खेती कर रहे है। तंबाकू की खेती अक्टूबर से लेकर नवंबर के अंत तक से बुबाई की जाती है। जब पौधा तैयार हो जाता है तो खेत में लगाया जाता है। जब तंबाकू पूरी तरह से तैयार हो जाता है तो व्यापारी को फसल बेच देते हैं. संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पांच एकड़ जमीन में तंबाकू की खेती करने पर 3 हजार से लेकर 3500 का खर्च आता है।
चार महीने में होता है ढाई लाख का मुनाफा
संतोष कुमार सिंह ने बताया कि तंबाकू की खेती इतनी कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली फसल हैष इन चार महीने की तंबाकू की खेती में भले ही 3 हजार से लेकर 3500 का खर्च आता है। लेकिन जब फसल तैयार होती है तो इस पांच एकड़ में इस खेती से चार महिने में ढाई लाख से अधिक की कमाई हो जाती है।सबसे खास बात यह है कि चार महीने की खेती के बाद जब फसल तैयार हो जाती है तो बिक्री करने के बाद नगद राशि मिल जाती है। इसे जानवर से भी नुकसान नहीं पहुंचता है।