आपको बता दें की अमेजन के जंगलों में ग्रीन एनाकोंडा की ही प्रजाति के एक सांप की खोज की गई है। इसके सामने आने पर प्रत्येक जीव वैज्ञानिक हैरान है। आपको बता दें की इस नए सांप का आकार काफी बड़ा है। इसका सर इंसानी सर के आकार का है। वहीं यह सांप 26 फीट लंबा है।

यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के प्रोफेसर ब्रायन जी फ्राई ने इस खोज के बारे में कहा अहइ की “हमारा नया शोध इस शानदार प्राणी के प्रति वैज्ञानिक समझ को बढ़ाता है, जिससे पता चलता है कि यह वास्तव में अनुवांशिक रूप से दो अलग-अलग प्रजातिया हैं।” जानकारी दे दें की करीब 1 करोड़ साल पहले ग्रीन एनाकोंडा अनुवांशिक रूप में अलग हो गए थे। वर्तमान में ग्रीन एनाकोंडा को दुनिया का सबसे लंबा तथा भारी सांप बताया जाता है।

यहां पाए जाते हैं ये सांप

आपको बता दें की ग्रीन एनाकोंडा भारत में किसी भी स्थान पर नहीं पाए जाते हैं बल्कि ये दक्षिणी अमेरिका की नदियों में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। ये काफी फुर्तीले होते हैं और अपने शिकार को काफी फुर्ती के साथ में जकड लेते हैं। इसके बाद में ये अपने शिकार को कस कर बांध लेते हैं, जिससे शिकार का दम घुट जाता है। इसके बाद में ग्रीन एनाकोंडा अपने शिकार को निगल लेते हैं। आपको बता दें की ग्रीन एनाकोंडा की चार प्रजातियां मिलती हैं। जानकार बताते हैं की ग्रीन एनाकोंडा का वजन 250 किग्रा से ज्यादा हो सकता है।

नहीं होता जहर

आपको बता दें की ग्रीन एनाकोंडा में जहर नहीं होता है हालांकि ये काफी ताकतवर होते हैं। ये अपने लचीले तथा बड़े जबड़ो से शिकार को निगल लेते हैं। शिकार को निगलने से पहले ग्रीन एनाकोंडा अपनी मजबूत पकड़ से उसको तोड़ डालते हैं। इसके बाद शिकार को लाचार अवस्था में ग्रीन एनाकोंडा निगल कर अपना भोजन बना लेते हैं। वैज्ञानिक बताते हैं की ग्रीन एनाकोंडा की लगातार घटती संख्या पर्यावरण संकट का संकेत दे सकती है अतः आवश्यक है की इन पर निगरानी राखी जाए।

बड़े जानवरों का भी करते हैं शिकार

आपको बता दें की ग्रीन एनाकोंडा पानी में रहने के काफी अनुकूल होते हैं। इनकी नाक तथा आंख इनके सर पर होती है। जिसके कारण ये पानी में रहते हुए भी अच्छे से देख सकते हैं तथा सांस ले सकते हैं। ये सांप अधिकतर दक्षिण अमेरिका के अमेजन और ओरिनोको बेसिन के जटिल जल मार्गो पर रहते हैं। जानकारी दे दें की ये बड़े जानवरों तक को अपना शिकार बना लेते हैं। बता दें की ये चूहों, मगरमच्छ से लेकर हिरणों तक को ये अपना शिकार आसानी से बना लेते हैं।