नई दिल्ली: नींद लेना इंसान की साधारण प्रवृत्ति है। दिन में जबरदस्त मेहनत करने के बाद इंसान जब रात में सोता है तो उसकी सारी थकान दूर हो जाती है। यदि विज्ञान की माने तो बॉडी के सेल्स रात में सोते समय रिपेयर होते है वापस सुबह फिर से नई ऊर्जा के साथ मेहनत करने के लिए। लेकिन यदि वस्तु की माने तो किस दिशा में सिर करके सोएं तो ज़्यादा लाभ होता है, और किस दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए।
वस्तु के अनुसार यदि इंसान उत्तर दिशा की ओर पैर करके सोए तो उसके भीतर ऊर्जा का पॉवर हाउस पैदा होगा। जबकि वस्तु शास्त्र में साफ लिखा है दक्षिण दिशा की ओर पैर करके कभी नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने से नेगेटिव उर्जा शरीर में प्रवेश करती है जो काफी हानिकारक हो सकता है।
हिंदू मान्यताओं में भी यह वर्णित है कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सामान्य दिनों में नहीं सोना चाहिए। परिवार में किसी की मृत्यु के बाद 12 दिन तक दक्षिण दिशा में पैर करके सोने का विधान बताया गया है।
जबकि इससे उलट दक्षिण दिशा में सर और उत्तर दिशा में पैर करके सोने से सुख समृद्धि का वास होता है, परिवार की तरक्की होना निश्चित माना गया है।
जानकार मानते हैं कि उत्तर दिशा में पैर करके सोने से दांपत्य जीवन भी खुशहाल होता है पति-पत्नी के बीच स्नेह और प्यार बना रहता है।
विज्ञान में भी उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव का महत्व बताया गया है। हर इंसान के शरीर में चुंबकीय गुण होते हैं। यदि शरीर नेगेटिव गुण ग्रहण करें तो नुकसान होता है, और सकारात्मक गुण ग्रहण करने से अच्छी नींद आती है, और सुबह मेहनत करने के लिए इंसान तरोताजा महसूस करता है।