राजस्थान का खाना और मिठाइयाँ भारतीय खाद्य परंपरा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। राजस्थान की भोजन संस्कृति उसकी पारंपरिक और विविध विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है, जो उसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों से प्रेरित हैं। यहां के खाने में स्वाद और मसालों की भरपूर मात्रा होती है, और विभिन्न मिठाइयों की भी एक लंबी सूची है।

राजस्थान की फेमस दिल कुशल मिठाई को बेसन से बनाया जाता है और इसका स्वाद काफी अच्छा होता है। इसको स्पेशल मौके पर बनाया और खिलाया जाता है, तो चलिए अब आपको इसको बनाने के रेसिपी व सामाग्री के बारे में विस्तार से बताते हैं।

सामाग्री

सुखी खजूर – 200 ग्राम (बारीक कटा हुआ)
बेसन – 100 ग्राम
मावा (खोया) – 100 ग्राम
घी – 2 बड़े चमच
चीनी – 100 ग्राम (स्वादानुसार)
पानी – 1 कप
काजू – 10-12 (कटे हुए)
बादाम – 10-12 (कटे हुए)
पिस्ता – 10-12 (कटे हुए)
इलायची पाउडर – 1 चुटकी
सोंठ पाउडर (सूखी अदरक पाउडर) – 1/2 चम्मच
तिल – 1 चम्मच (वैकल्पिक)

दिल कुशल बनाने की विधि:

इस मिठाई को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में 1 बड़े चमच घी गरम करके इसमें बेसन डालें और धीमी आंच पर लगातार हिलाते हुए भूने, जब तक इसका रंग सुनहरा न हो जाए और महक न आने लगे।

अब इस भूने हुए बेसन में मावा डालें और अच्छे से मिलाएं और मावा को भी सुनहरा होने तक भूने।

इस मिठाई को बनाने से पहले खजूर को पहले से पानी में भिगोकर रखें ताकि वे मुलायम हो जाएं, और फिर खजूर को छोटे टुकड़ों में काट लें।

अब एक पैन में 1 कप पानी गरम करें और उसमें चीनी डालकर चाशनी तैयार करें, इस चाशनी में खजूर डालें और अच्छे से उबालें।

इस तैयार चाशनी में बेसन और मावा का मिश्रण डालकर अच्छे से मिला लें। इसमें काजू, बादाम, पिस्ता, इलायची पाउडर, सोंठ पाउडर और तिल डाल कर धीमी

आंच पर इस मिश्रण को लगातार हिलाते हुए पकाएं, जब तक मिश्रण पैन से छूटने लगे।

अब एक थाली या ट्रे को घी से चिकना कर लें, फिर इस तैयार मिश्रण को थाली में डालें और अच्छे से सेट करके मिश्रण को ठंडा होने पर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।

अब ये दिल कुशल को सजाने के लिए ऊपर से कुछ कटे हुए मेवे छिड़क दें और फिर इस मिठाई को पूरी तरह ठंडा होने के बाद परोसें।