गणेश महोत्सव, जिसे गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है, भारत में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण और उत्साही त्योहारों में से एक है। यह त्योहार हर साल भाद्रपद मास की चौथी तिथि को शुरू होता है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर के बीच आता है। गणेश चतुर्थी के दौरान, लोग भगवान गणेश की पूजा और प्रार्थना करते हैं, जो बुद्धि, समृद्धि, और बाधाओं को दूर करने के देवता माने जाते हैं।

इस साल गणेश महोत्सव की शुरुआत बहुत जल्दी हो रही है, और इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। घरों, समाजिक आयोजनों, और सार्वजनिक स्थानों पर गणेश की मूर्तियों की स्थापना की जा रही है। पूजा स्थलों को सजाया जाता है, विशेष पूजा सामग्रियों की व्यवस्था की जाती है, और भव्य सजावट की जाती है।

इस त्यौहार में लोग गणपति बप्पा को रोजना कुछ अच्छा भोग लगाते हैं। आज इस लेख में हम आपसे बप्पा का भोग लगाने के लिए एक मजेदार और टेस्टी रेसिपी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको बनाना बहुत आसान होता है, हम महाराष्ट्र की ट्रेडिशनल श्रीखंड की बात बताने जा रहे हैं। तो चलिए इसको बनाने की आसान रेसिपी के बारे में बताते हैं।

सामाग्री:

दही: 1 लीटर (फुल क्रीम या हाथ से बने दही का उपयोग करें)
चीनी: 1 कप (स्वादानुसार अधिक या कम कर सकते हैं)
इलायची पाउडर: 1 चम्मच
केसर के धागे: 10-12 (गर्म दूध में भिगोकर)
सुखे मेवे: 2-3 बड़े चम्मच (बादाम, काजू, पिस्ता, कटे हुए)
पनीर (चीज़): 100 ग्राम (वैकल्पिक, अगर दही बहुत पतला है)

रेसिपी:

इसको बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े छलने में एक साफ कपड़ा या मलमल की पट्टी डालें और इसमें दही डालें। अब दही को 6-8 घंटे या रात भर ठंडे स्थान पर छानने दें, ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाए और दही गाढ़ा हो जाए।

अब इस छाने हुए दही को एक बड़े बाउल में डाल कर इसमें चीनी डालें और अच्छी तरह मिलाएं।

इसके बाद इसमें इलायची पाउडर डालें और केसर के धागे (जिन्हें आपने गर्म दूध में भिगोकर रखा था) डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें।

अब इसमें सुखे मेवे जैसे बादाम, काजू, और पिस्ता को बारीक काटकर डालें, इस तैयार श्रीखंड को अच्छी तरह मिला लें और सर्विंग बाउल में निकालें।

इसको फिर फ्रिज में 1-2 घंटे के लिए ठंडा होने के लिए रख दें और अब बप्पा को भोग लगाएं।