राजधानी जयपुर में हैरिटेज नगर निगम के आयुक्त अभिषेक सुराणा ने मंगलवार को जोन उपायुक्तों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सभी जोन उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे शहर में अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और इसके लिए तीन दिन का समय दिया गया।
आयुक्त ने विशेष रूप से पहले चरण में परकोटा क्षेत्र (पुराने शहर क्षेत्र) में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। इसका मुख्य उद्देश्य जयपुर शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले क्षेत्रों को संरक्षित करना और अवैध निर्माणों को रोकना है, जो न केवल शहर की खूबसूरती को प्रभावित करते हैं बल्कि सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करते हैं।
आयुक्त अभिषेक सुराणा ने अपनी बैठक में यह भी कहा कि तीन दिन बाद फिर से एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस आगामी बैठक में, जयपुर के सभी जोन उपायुक्तों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए कार्यों की रिपोर्ट के साथ उपस्थित हों। उन्हें यह जानकारी प्रस्तुत करनी होगी कि उन्होंने कितने अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की और कितने नए अवैध निर्माण चिन्हित किए हैं।
जर्जर मकान मालिकों को नोटिस जारी
बैठक के दौरान, हैरिटेज नगर निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने परकोटा क्षेत्र की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में कई जर्जर मकान हैं, जो अत्यधिक खतरनाक स्थिति में हैं। पहले भी इन मकानों के मालिकों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन बरसात के मौसम में इनकी स्थिति और खराब हो गई है, जिससे कई हादसे हो चुके हैं।
अभिषेक सुराणा ने तुरंत कार्रवाई के दिए निर्देश
इसलिए, आयुक्त ने निर्देश दिए कि ऐसे जर्जर मकानों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने जोन उपायुक्तों से कहा कि वे दो दिन के भीतर इन मकानों की पहचान करें। इसके बाद, नगर निगम अपने संसाधनों का उपयोग करके इन खतरनाक मकानों को गिराने का काम शुरू करेगा।