भारतीय तटरक्षक बल ने पाकिस्तानियों के चंगुल से छुड़ाए 7 भारतीय मछुआरें,दिया तड़ाकेदजार जवाब

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच की दुश्मनी कभी कम नही हो सकती है। जिसके चलते खैर खाया पाकिस्तान हमेशा कुछ ना कुछ ऐसा काम कर जाता है जिसका जवाब देने के लिए भारत को सामने आना पड़ ही जाता है। ऐसा ही एक मामला अभी हाल ही में देखने को मिला, जिसमें 17 नवंबर 24 को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी के कर्मियों ने भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के पास सात भारतीय मछुआरों को पकड़कर अपने कब्जे में ले लिया था।

ये पाकिस्तानी गार्ड्स इन सबी मछुआरों को पकड़कर PMSA नुसरत नाम के जहाज से बंदी बनाकर अपनी सीमा की ओर पा ले जा रहे थे। लेकिन तभी भारतीय तटरक्षक बल उनके रास्ते में रोढ़ा बनकर खड़ा हो गया।  भारतीय तटरक्षक बल के जवानो ने पाकिस्तानी जहाज का पीछा करते हुए उन्हें ऐसा ललकारा कि आखिर उन्हें सभी भारतीय मछुआरों को छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा। और उनकी कैंद से सभी को  सकुशल छुड़ा लिया गया।

यह है पूरी घटना?

दरअसल रविवार की दोपहर भारतीय तटरक्षक बल को मछली पकड़ने के लिए निषिद्ध क्षेत्र (NFZ) के पास काम कर रही एक नाव ‘काल भैरव’ की ओर से संकटकालीन संकेत मिला था। जिसके बाद तुंरत भारतीय तटरक्षक बल का जहाज उस नाव और मछुआरों के बचाव के लिए निकल पड़ा। और पाकिस्तान की ओर जा रहे में उस जहाज को रोका और जिसमें भारतीय मछुआरों को कैद करके रखा गया था।

अग्रिम’ ने संभाला मोर्चा

भारतीय तटरक्षक बल का जहाज ‘अग्रिम’ पाकिस्तान के साथ समुद्री सीमा रेखा के पास ही तैनात था। अग्रिम नाम के जहाज ने करीब दो घंटे तक पाकिस्तानी जहाज नुसरत का पीछा किया। पाकिस्तानियों को साफ चेतावनी देते हुए पाकिस्तानी जहाज में मौजूद भारतीय मछुआरों को कैद करने की अनुमति नहीं दी। पाकिस्तानी जहाज इस चुनौती को सुनने के बाद भी अपने जहाज को पकिस्तान में घुसाने की कोशिश कर रहा था लेकिन भारतीय तटरक्षक बल की तेज गति को देख वो कामयाब नहीं हो सका। आखिरकार भारतीय तटरक्षक बल के जवान भारतीय मछुआरों को पाकिस्तानियों के चंगुल से छुड़ाने में कामयाब हो सके।

नाव क्षतिग्रस्त होकर डूबी

भारतीय तटरक्षक बल ने 7 भारतीय मछुआरों को पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाकर एक बड़ी फतह हासिल की है। भारतीय तटरक्षक बल ने बताया है कि इस पूरी घटना के दौरान भारतीय मछुआरों की मछली पकड़ने वाली नाव ‘काल भैरव’ क्षतिग्रस्त होकर समुद्र में ही डूब गई।