नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में गरीबों से लेकर महिलाओंकी आर्थिक मदद करने के लिए राज्य सरकार मोहन यादव की ओर से कई तरह की योजनाएं निकाली जा रही है। जिसका लाभ राज्य के लाखों लोग उठा रहे है। अब इसके बीच सरकार अपने राज्य के बुजुर्ग लोगों के लिए भी एक योजना निकाल रही है। जिसका नाम Tirth Darshan Yojana 2.0 है। यह योजना साल 2023 में शुरू की गई थी।
Tirth Darshan Yojana राज्य में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्राएं प्रदान करती है। इस योजना के तहत, बुजुर्ग नागरिक बिना पैसे के पूरे भारत के सभी तीर्थ स्थलों का भ्रमण अराम से कर सकते है।
Tirth Darshan Yojana ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है जो आर्थिक तंगी के कारण तीर्थयात्रा नही जा पाते हैं। इस योजना की अनूठी विशेषता यह है कि, मुफ्त यात्रा के अलावा, बुजुर्गों को आवास, भोजन, गाइड सेवाओं और अन्य संबंधित खर्चों के लिए भी सहायता मिलेगी। राज्य सरकार यात्रा के दौरान होने वाली सभी खर्चो का उठाती है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना 2023 के लाभ एवं विशेषताएं
इस योजना का लाभ मध्य प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग नागरिक ले सकते है।
इस योजना के तहत बुजुर्ग व्यक्तियों को मुफ्त तीर्थयात्रा कराई जाएगी।
तीर्थयात्रा के दौरान चिकित्सा, भोजन, पर्यटक बीमा, गाइड सेवाएं और आवास सहित सभी सहायता प्रदान की जाएगी।
65 वर्ष से अधिक आयु के एकल तीर्थयात्री और 60 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले नागरिक अपने साथ एक देखभालकर्ता या सहायक ले जाने के पात्र हैं।
ध्यान दें: यात्रा के दौरान, प्रतिभागियों को दिशानिर्देशों का पालन करना होगा, जिसमें संपर्क अधिकारी एस्कॉर्ट के निर्देशों का पालन करना और उचित व्यवहार बनाए रखना शामिल है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना 2023 के लिए पात्रता मानदंड
आवेदक मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
आवेदक आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
आवेदक की आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। यदि महिलाएं 58 वर्ष या उससे अधिक उम्र की हैं तो वे पात्र हैं।
60% से अधिक विकलांगता वाले नागरिकों को आयु सीमा से छूट दी गई है।
आवेदक व्यक्तिगत रूप से या समूहों में, अधिकतम 25 नागरिकों के समूह के साथ आवेदन कर सकते हैं।
यदि जोड़े में एक साथी पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करता है, तो दूसरा साथी (उम्र की परवाह किए बिना) भी यात्रा में शामिल हो सकता है।
आवेदक को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए और कुछ बीमारियों, जैसे टीबी, दमा या कोरोनरी रोग, मानसिक बीमारी और संक्रामक कुष्ठ रोग से मुक्त होना चाहिए।
महत्वपूर्ण: आवेदन के साथ एक चिकित्सा प्रमाण पत्र अनिवार्य है, जो यह पुष्टि करता हो कि आवेदक शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ है और किसी भी संक्रामक रोग से पीड़ित नहीं है।