राजस्थान सरकार ने पेंशनर्स के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने पेंशनर्स को अतिरिक्त पेंशन देने की घोषणा पर मुहर लगा दी है। इस फैसले के तहत 70 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले पेंशनर्स को 5 प्रतिशत अतिरिक्त पेंशन दी जाएगी।

वित्त विभाग द्वारा इस पर अधिसूचना जारी कर दी गई है, जिससे पेंशनर्स में खुशी की लहर दौड़ गई है। अब सभी पेंशनर्स और उनके परिवारजनों की निगाहें इस बात पर हैं कि उनके खातों में यह अतिरिक्त पेंशन कब तक पहुंचती है।

15 प्रतिशत अतिरिक्त पेंशन की मांग स्वीकार

सरकार ने 65, 70 और 75 वर्ष की उम्र में पेंशनर्स को क्रमशः 5, 10 और 15 प्रतिशत अतिरिक्त पेंशन देने की मांग को स्वीकार कर लिया है। नई अधिसूचना के अनुसार, 70 साल की उम्र पूरी करने वाले पेंशनर्स को 1 अप्रैल 2024 से उनके मूल पेंशन का 5 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता मिलेगा। यह घोषणा पेंशनर्स और उनके परिजनों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर चिंतित थे।

10 वर्षों तक मिलेगी बढ़ी हुई पेंशन

इसके अलावा, एक और महत्वपूर्ण निर्णय के तहत, अगर किसी सरकारी कर्मचारी की मृत्यु 1 अप्रैल 2024 के बाद होती है, तो उनके परिवार को अगले 10 वर्षों तक बढ़ी हुई पेंशन मिलेगी। अगर मृत्यु 1 अप्रैल 2024 से पहले हुई है, तो यह लाभ 7 वर्षों तक दिया जाएगा। इस संशोधन से विशेष रूप से उन पेंशनर्स के आश्रितों को लाभ होगा, जिनमें मंद बुद्धि बच्चे, विधवा पुत्री और अन्य आश्रित शामिल हैं।

लाइफ सर्टिफिकेट प्रक्रिया हुई सरल

सरकार ने लाइफ सर्टिफिकेट बनाने की प्रक्रिया को भी सरल बना दिया है। अब पेंशनभोगी कर्मचारी अपनी SSO-ID से ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट बनाकर इसे सत्यापित कर सकते हैं। पहले यह प्रक्रिया 75 वर्ष की उम्र के बाद ही होती थी, लेकिन अब 75 वर्ष की आयु पर पेंशनर्स को 10 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता मिलेगा।

स्लैब-वार पेंशन भत्ते में भी वृद्धि हुई

आयु के आधार पर स्लैब-वार पेंशन भत्ते में भी वृद्धि की गई है। 80 वर्ष की उम्र पर 20 प्रतिशत, 85 वर्ष पर 30 प्रतिशत, 90 वर्ष पर 40 प्रतिशत, 95 वर्ष पर 50 प्रतिशत, और 100 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर मूल पेंशन का 100 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता मिलेगा।

इस घोषणा से पेंशनर्स और उनके परिवारों में उत्साह का माहौल है। राजस्थान पेंशनर समाज के अध्यक्ष नेमीचंद पूनिया और अन्य सदस्यों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए इसे पेंशनर्स के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया है।