आपको बता दें की एनपीएस वात्सल्य नामक सरकारी स्कीम को लांच हुए अभी मात्र 2 हफ्ते ही हुए हैं। लेकिन इस स्कीम में मात्र 2 हफ्ते में ही 33 हजार बच्चों के खाते खुल चुके हैं। इन सभी खातों में 60 प्रतिशत से ज्यादा खाते ऑनलाइन खोले गए हैं।

बता दें की एनपीएस वात्सल्य नामक इस स्कीम की घोषणा आम बजट में की गई थी। इस स्कीम के तहत पेरेंट्स अपने 18 साल तक बच्चों के नाम से पेंशन अकाउंट खुलवा सकते हैं। बता दें की इस स्कीम के खाते में न्यूनतम 1 हजार रुपया वार्षिक का निवेश करना होता है। बीती 18 सितंबर को इस योजना में 9,700 बच्चों के अकाउंट खोले गए थे।

क्या कहते हैं PFRDA अधिकारी

आपको जानकारी दे दें की NPS वात्सल्य स्कीम को पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी के अंतर्गत चलाया जा रहा है। PFRDA के अधिकारी के अनुसार “24 सितंबर तक 27000 बच्चों के लिए खाते खोले गए थे। 29 सितंबर तक इनकी संख्या बढ़कर 32964 हो गई। इनमें 61% से ज्यादा यानी 20304 अकाउंट ई-एनपीएस के जरिए खोले गए।” अधिकारी ने आगे कहा है की “लॉन्ग टर्म सेविंग्स और फाइनैंशल सिक्योरिटी के लिहाज से यह उपयोगी स्कीम है। लोगों को 1000 रुपये की शुरुआती रकम देते हुए यह स्कीम बच्चों को गिफ्ट में देनी चाहिए।”

करना होता बेहद कम निवेश

बता दें की इस एनपीएस वात्सल्य योजना में खाता खुलने के बाद इसमें 1 हजार रुपये का सालाना निवेश करना होता है। इस योजना में बच्चे का खाता खोलने के लिए आपको जन्म तिथि का प्रमाण पत्र देना होता है। इसके बाद मां-बाप या अभिभावक को बच्चे के नाम से खाता खोलने के लिए खुद की KYC करानी होगी।

जब बच्चे की आयु 18 वर्ष पूरी हो जाती है तो आपको उसकी ही KYC करानी होती है। इसके बाद में इस खाते को NPS टियर-1 में कन्वर्ट कराना होगा। जिसके बाद में इस खाते पर आपको NPS टियर-1 के ही लाभ मिलेंगे तथा उसी प्रकार के नियम भी लागू होंगे। जब खाताधारक की आयु 60 वर्ष पूर्ण हो जाती है तो इस खाते से उसको पेंशन मिलती है।