नई दिल्ली। केजरीवाल के लिए शराब घोटाला गले की हड्डी बन गया है। जो निगलने का  नाम ही नही ले रहाी है। शराब घोटाले के मनीलॉन्ड्रिंग मामले में 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत से आने के बाद जहां केजरी़वाल अपनी छवि केो साफ बनाने की कोशिश कर रहे है तो वहीं बीजेपी उन्हें इस केस में पूरी तरह से डूबाने में कोई कसर नही छोड़ रही है।

विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है। कथित शराब घोटाला फिर से मुद्दा बनकर सामने आया है। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) रिपोर्ट का हवाला देकर बीजेपी ने एक बार फिर से आम आदमी पार्टी को घेरते हुए दावा किया है कि शराब नीति घोटाले से दिल्ली को 2 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। और इस केस को दबाने के लिए AAP नेताओं ने रिश्वत ली है।

बीजेपी ने शराब नीति घोटाले की लीक हुई रिपोर्ट को जारी करते हुए आप पार्टी पर आरोप लगाया है। बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर एक्सपर्ट पैनल की सिफारिश को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया है।

बीजेपी ने बताया है कि दिल्ली में हुए शराब घोटाले से सरकारी खजाने को 2,026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बीजेपी का कहना है कि पॉलिसी लागू करने में चूक हुई है। इससे दबाने के लिए AAP नेताओं को रिश्वत दी गई है।

सिफारिशों को किया गया नजरअंदाज’

बीजेपी सूत्रों का कहना है कि इससे पता चलता है कि मनीष सिसोदिया के नेतृत्व वाले मंत्रियों के समूह (GOM) ने विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को नजरअंदाज कर दिया था।  शिकायतों बाद सभी संस्थाओं को बोली लगाने की अनुमति दी गई। लाइसेंस जारी करने के दौरान बोली लगाने वालों की वित्तीय स्थिति पर ध्यान नहीं दिया गया।