नई दिल्ली: किसानों के लिए खेती के साथ साथ आमदनी का सबसे अच्छा साधन पशुपालन और मछली पालन को माना गया है। मछली पालन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार भी  कई तरह की योजनाएं निकाल रही हैं, जिसमें मछली को खिलाने वाला दाना, मछली के बीज, और तालाब खुदाई के लिए अनुदान राशि दे रही है। सामान्य तौर पर किसान रोहू जैसी मछली को ज्यादा पालता हैं। लेकिन सरकार ट्राउट मछली पालन के लिए किसानों को ज्यादा प्रोत्साहित कर रही है।

ट्राउट मछली के बारे में आपको बता देंगे मछली ठंडे पानी में और मीठे पानी में पाई जाती है। ट्राउट मछली पालने के लिए ज्यादातर साफ-सुधरे ठंडे पानी की आवश्यकता होती है इसीलिए ट्राउट मछली पालन ज्यादातर जम्मू कश्मीर हिमालय के तराई वाले इलाके और ठंडे प्रदेशों में ज्यादा किया जाता है।

ट्राउट मछली के बारे में आपको बता दें यह मछली स्वादिष्ट होने के साथ-साथ काफी फायदेमंद भी मानी जाती है। ट्राउट मछली में ओमेगा-3 और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाई जाती है जिससे यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के साथ हृदय को स्वस्थ रखती है। ट्राउट मछली के कीमत की बात करें तो यह मछली 1000 से ₹1500 प्रति किलो तक बिकती है इसीलिए इस मछली को पालने से किसान आर्थिक रूप से काफी संपन्न होते हैं।

ट्राउट मछली दो तरह की होती है एक रेनबो ट्राउट दूसरी ब्राउन ट्राउट। दोनों तरह की मछलियों की हमेशा डिमांड रहती है। ड्राफ्ट मछली पालन के लिए सरकार ज्यादा प्रोत्साहित करती है इसके लिए सरकार के द्वारा अनुदान भी दिया जाता है। ट्राउट मछली पालन से किसान आर्थिक रूप से काफी संपन्न होते हैं। ट्राउट मछली पालने के लिए विशेष तरह के भजन कि इन्हें आवश्यकता होती है जो सरकार उपलब्ध कराती है।

यदि आप भी ट्राउट मछली पालन कर अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हैं तो सरकार से अनुदान के लिए आप आवेदन कर सकते हैं इसके लिए तालाब से लेकर मछली के बीज और उसके भोजन तक की व्यवस्था सरकार उपलब्ध कराती है। ड्राफ्ट मछली पालन से होने होने वाली एक्स्ट्रा इनकम आपके लिए बड़ा आर्थिक सहारा बन सकती है।