नई दिल्ली: नकली खाद्य और पेय पदार्थ नागरिकों के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। नकली खाद्य और पेड़ पदार्थों को बनाने वाली कंपनियों पर सरकार समय-समय पर कार्रवाई करती रहती है बावजूद इसके नकली उत्पाद बनाने वाली कंपनियां धड़ल्ले से गोरख धंधा करने में लगी है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बागपत में देखने को मिला।
बागपत में दौरे पर आए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को जब पीने के लिए पानी की बोतल दी गई तो यह बोतल ‘Bisleri’ की जगह Bilseri की बोतल पकड़े गई। इस बोतल को देखकर डीएम साहब का माता थान गया उन्होंने आनंद-फानन में कंपनी पर छापा मारने का आदेश दे दिया।
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के आदेश पर नकली पानी बनाने वाली कंपनी पर छापा मार कर वहां पाई गई हजारों पानी की बोतलों पर जेसीबी चला कर उन्हें नष्ट किया गया। इतना ही नहीं डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने पूरे जिले में अभियान चला कर नकली खाद्य पदार्थ और पेयजल बनाने वालों पर कड़ी कार्यवाही की। उन्होंने आदेश जारी किया इस तरह की लापरवाही और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
DM ने नकली समानों पर कर्रवाई के दिये आदेश
इस घटना के बाद डीएम जितेंद्र सिंह ने खाद्य विभाग को आदेश दिया है कि पुरानी सड़ीगली सब्जियो, खाने में और चटनी में रंग मिलाकर बेचने वाले होटलों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। DM जीतेन्द्र सिंह ने मिलावट को गंभीरता से लेते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को आदेश दिया है कि जिले में सक्रिय ऐसे सभी प्रतिष्ठानों की जांच की जाए जो ब्रांडेड उत्पादों की नकल करके नकली सामान बेच रहे हैं।