महंगे प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के रिचार्ज प्लान के बीच, सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL की मांग तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में BSNL का नाम हर किसी की जुबान पर है।

जहां BSNL के प्लान प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले सस्ते हैं, वहीं कुछ यूजर्स खराब कवरेज के कारण निजी कंपनियों का सहारा लेते हैं। रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन का नेटवर्क हर जगह उपलब्ध होने के कारण कई ग्राहक इन्हें प्राथमिकता देते हैं।

BSNL का 4G प्लान

आजकल, अधिकतर लोग एक से अधिक सिम कार्ड का उपयोग करते हैं। यदि आप भी BSNL को दूसरे सिम के तौर पर उपयोग करना चाहते हैं और एक्सटेंडेड वैलिडिटी वाले प्लान की तलाश में हैं, तो आपके लिए एक शानदार विकल्प है— BSNL का 666 रुपये वाला 105 दिनों का प्लान।

BSNL का 666 रुपये वाला प्लान

इस प्लान में आपको मिलती हैं:

  • भरपूर डेटा: यूजर्स को अच्छी मात्रा में डेटा दिया जाएगा।
  • मुफ्त कॉलिंग: कोई भी कॉलिंग चार्ज नहीं।
  • एसएमएस लाभ: उपयोगकर्ताओं को एसएमएस की सुविधा।
  • लंबी वैधता: कुल 105 दिनों की वैधता।

किसके लिए निकाला गया रिचार्ज प्लान

यह प्लान खास तौर पर छात्रों, घर से काम करने वाले पेशेवरों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इन क्षेत्रों में डेटा की खपत अधिक होती है, और निजी टेलीकॉम सेवा में स्विच करना महंगा पड़ सकता है। BSNL का किफायती मूल्य और बढ़ता 4जी नेटवर्क इसे महंगे प्राइवेट प्रदाताओं के लिए एक मजबूत विकल्प बनाते हैं।

BSNL का 197 रुपये का प्रीपेड प्लान

BSNL के 197 रुपये वाले रिचार्ज प्लान में ग्राहकों को अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग (लोकल और एसटीडी) के साथ-साथ रोजाना 2GB डेटा और 100 एसएमएस की सुविधा मिलती है। लेकिन, यह ध्यान देने योग्य है कि यह लाभ केवल 15 दिनों के लिए ही उपलब्ध है। इस प्लान के अंतर्गत ग्राहकों को जिंग म्यूजिक कंटेंट की भी सुविधा मिलती है। दैनिक डेटा सीमा समाप्त होने के बाद, उपयोगकर्ता 40 केबीपीएस की स्पीड के साथ डेटा का उपयोग कर सकते हैं।

BSNL की योजना

BSNL आने वाले वर्षों में अपने 4जी नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, कंपनी 2025 के मध्य तक 1 लाख नए 4जी टावर लगाने का लक्ष्य रखती है। इसके अलावा, बीएसएनएल 25,000 गांवों में दूरसंचार सेवाएं उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है, जहां अभी मोबाइल इंटरनेट की सुविधा नहीं है। सरकार ने दिवाली 2024 तक 75,000 4जी साइट लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अभी तक केवल 25,000 साइट्स स्थापित की जा सकी हैं।