नई दिल्ली: तमिलनाडु के त्रिची से शारजाह जा रहे एयर इंडिया के प्लेन में एक बड़ा हादसा होते होते बच गया। पायलट की सूझबूझ के बाद प्लेन ने त्रिची एयरपोर्ट पर सफतलता पूर्वक लैंडिंग की। जिसकी भनक यात्रियों को भी नही होने दी।
बताया जा रहा है कि करीब साढ़े 3 घंटे तक 140 यात्रियों की जान हवा में अटकी हुई थी। पायलट प्लेन में सवार यात्रियों की जान को बचाने के लिए बादलों के बीच जद्दोजहद कर रहा था।
प्लेन हवा में लगा रहा था चक्कर
हवाई जहाज के हाइड्रोलिक सिस्टम में आई खराबी के चलते पायलट विमान को एयरपोर्ट पर नहीं उतर पा रहा थे। जिसके चलते उसे करीब 3 घंटे तक पूरे यात्री को आसमान के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ा। इसकी जानकारी जब लोगों तक पहुंची तो अफरा तफरी मच गई। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट पर 20 से अधिक एंबुलेंस के साथ फायर बिग्रेड तैनात की गई थी। उधर त्रिची के जिला कलेक्टर को एयरपोर्ट डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि चिंता की कोई बात नहीं है और विमान सुरक्षित तरीके से उतर सकेगा।
रोंगटे खड़े कर रहा है ये मंजर
पायलट ने जैसे ही इमरेजेंसी घोषित की, पूरे एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट घोषित हो गया। इमरजेंसी लैंडिंग के लिए सभी तैयारियां शुरू कर दी गईं। जैसे ही यह खबर एयरपोर्ट से होते हुए बाहर मीडिया वालों तक पहुंची, लोगों की भाड़ जमा होने लगी। त्रिची एयरपोर्ट के पास बने घरों की छतों पर लोग चढ़ने लगे।
जैसे ही विमान सेफ लैंडिंग किया तो सभी ने जोरदार तालियां बजाकर पायलट का सम्मान किया। पायलट की सूझबूझ को पूरा देश सलाम कर रहा है।
क्या है पूरा मामला?
तमिलनाडु के त्रिची से शारजाह जा रहे एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में तकनीकी खराबी आने का कारण विमान को नीचे उतारना असंभव था विमान में 140 यात्री सवार थे, तब पायलट ने अपनी सूझबूझ से पहले वनिमान को आसमान में चक्कर लगाना ही सही समझा, जिससे प्लेन का फ्यूल कम से कम किया जा सके। ताकि आपात लैंडिंग आसान हो और नुकसान कम से कम हो। 3 घंटे से ज्यादा समय तक प्लेन ने हवा में चक्कर लगाकर फ्यूल कम किया।