नई दिल्ली: यूपी में जब से योगी सरकार बनी है तब से हर काम पूरे नियम कानून का बनाते हपुए किया जा रहा है। जिससे जनता को उनका उचित अधिकार मिलें। गुण्डागर्दी से लेकर लूटखोरी करने वालों पर पूरी नजर प्रशासन रखे हुए है यहां कि शराब के ठेके में हो रही गोलमारी को देखने के लिए खुद  जिसे के जिलाधिकारी इसकी जांच करने से बाज नही  रहे है।

ऐसा ही मामला सम्भल जिले में देखने को मिला, जहां गुरुवार देर रात जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया सीधे शराब के ठेके पर जा पहुंचे। बताया जा रहा है कि उन्हें फोन कॉल पर सदर कोतवाली इलाके के शंकर कॉलेज चौराहे के पास स्थित शराब की दुकान पर ओवर रेट बिक्री किए जाने की शिकायत मिली थी जिसके बाद डीएम अपने पूरे स्टाफ को वही छोड़कर केवल एडीएम प्रदीप वर्मा के साथ शराब के ठेके पर पहुंच गए।

उनके अचानक हुई इस निगरानी से  आबकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। क्योकि इसका भुगतान सीधे आबकारी विभाग के जिम्मेदार अफसर को भरना पड़ सकता है।

दुकानदार ने पहचान लिया

डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया ने बताया, जैसे ही वो एडीएम के साथ उस शराब के ठेके पर जाकर शराब की बोतल खरीदने लगे तो दुकानदार ने उन्हें सही रेट पर बोतल दी, जबकि इसके पहले आए कस्टमर से उसने 10 रुपए ज्यादा वसूले थे। जिसके बाद जब उस व्यक्ति से पूछे तो उसने यहा पर हो रही दमदारी के मामले का खुलासा किया।

सम्भल जिले में जिलाधिकारी (DM) ने ओवर रेटिंग की शिकायत के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी को इसके जांच के आदेश दिए हैं।