आज के आधुनिक युग में, लंबी वायर वाले ईयरफोन लगभग गायब हो चुके हैं, और उनकी जगह छोटे, स्टाइलिश और बिना वायर वाले ईयरबड्स ने ले ली है। ये ईयरबड्स न केवल फैशनेबल होते हैं, बल्कि इनमें कई बेहतरीन फीचर्स भी होते हैं।

लेकिन हाल ही में एक घटना ने ईयरबड्स के उपयोग को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक महिला के कान में ईयरबड्स ब्लास्ट होने के बाद उसकी सुनने की क्षमता खत्म हो गई, जो एक खतरनाक स्थिति है।

ईयरबड्स का उपयोग करते समय ध्यान देने योग्य बातें

यहां तक कि कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां ईयरबड्स के उपयोग के कारण लोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर चुके हैं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि ईयरबड्स का उपयोग करते समय कुछ सावधानियों का पालन किया जाए।

विशेषज्ञों के अनुसार, 60:60 रूल का पालन करना एक प्रभावी तरीका हो सकता है। यह नियम कहता है कि आपको ईयरबड्स का उपयोग 60 प्रतिशत वॉल्यूम पर 60 मिनट से ज्यादा नहीं करना चाहिए। इसके बाद आपको कुछ समय का गैप लेना चाहिए। इस नियम का पालन करने से न केवल आपके कान सुरक्षित रहेंगे, बल्कि ईयरबड्स की लाइफ भी बढ़ेगी।

स्वास्थ्य पर असर

कई लोग आदतन कान में ईयरबड्स लगाकर सो जाते हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। यदि आप भी ऐसे लोगों में से हैं, तो सावधान रहें! फुल वॉल्यूम पर म्यूजिक सुनना आपके कानों के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। इससे सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है, और कुछ मामलों में यह बहरापन भी ला सकता है। इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि आप इसे गंभीरता से लें।

सही ईयरबड्स का चयन

ईयरबड्स खरीदने से पहले कुछ खास बातों पर ध्यान देना चाहिए। घटिया क्वालिटी के ईयरबड्स से दूर रहें। बेहतर ब्रांड का चयन करें। कान में सही फिटिंग बहुत जरूरी है। सुनिश्चित करें कि बड्स सही से बैठें। खरीदारी से पहले बैटरी लाइफ और कनेक्टिविटी की गुणवत्ता को चेक करें। यह देखना न भूलें कि ईयरबड्स स्वेट और वॉटर रेसिस्टेंट हैं या नहीं। यह फीचर भी महत्वपूर्ण है, जिससे आपको बाहरी शोर से बचने में मदद मिलेगी।