हिंदू धर्म में कई प्रकार के व्रत ऐसे होते हैं, जो आपके जीवन की कई समस्याओं का निराकरण कर देते हैं। इनमें से ही एक प्रदोष व्रत भी होता है। जानकारी दे दें महीने प्रदोष प्रत्येक महीने रखा जाता है और इसमें भगवान शिव तथा देवी पार्वती का पूजन किया जाता है। इस व्रत में सुहागन महिलायें देवी पार्वती तथा भगवान शिव की उपासना करती हैं।

मान्यता है की प्रदोष व्रत को रखकर जो महिलाएं भगवान शिव तथा देवी पार्वती का पूजन करती हैं, उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती है तथा साथ ही उनके जीवन की कई अन्य समस्याओं का निदान भी होता है।

आपको बता दें की हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह का प्रदोष व्रत इस बार 31 तारीख को पड़ रहा है। माना जाता है की इस दिन पूजन करने से विवाह की बाधा भी समाप्त हो जाती है। अतः जिन लोगों का विवाह नहीं हो पा रहा है। ऐसे लोग प्रदोष व्रत कर सकते हैं। आइये अब आपको बताते हैं की ऐसे लोगों को इस दिन क्या कुछ करना होगा।

प्रदोष व्रत दूर करेगा विवाह बाधा

ज्योतिषी पंडित कल्कि राम का हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस बार भाद्रपद माह में 31 तारीख़ को प्रदोष व्रत है। इस दिन पूजन करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। मान्यता है की त्रियोदशी तिथि पर देवी पार्वती तथा भगवान शिव का पूजन मानव की सभी कामनाओं को पूरा करता है। ज्योतिष के अनुसार भाद्रपद माह के प्रदोष व्रत के दिन सच्चे ह्रदय से शिव चालीसा पढ़ने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं तथा विवाह संबधी सभी समस्याओं को दूर करते हैं।