राजस्थान में उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो चुकी है, और कांग्रेस ने अपने सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इस बीच, चौरासी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
जबकि भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) ने अनिल कटारा को मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस ने इस सीट से महेश रोत को उम्मीदवार बनाया है, जो कि पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता और सामाजिक रूप से काफी सक्रिय हैं।
महेश रोत का राजनीतिक सफर
महेश रोत ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2017-18 में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में की थी। वर्तमान में वे ग्राम पंचायत साँसरपुर के सरपंच हैं। कांग्रेस ने उनके संगठनात्मक अनुभव और जमीनी पकड़ को देखते हुए उन पर भरोसा जताया है। महेश रोत, जो कि नौ साल से पार्टी के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं, अब चौरासी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
गठबंधन की अटकलों पर लगा विराम
इस बीच, BAP ने चौरासी और सलूंबर विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर गठबंधन की अटकलों पर विराम लगा दिया है, जिससे कांग्रेस ने भी अलग राह पकड़ ली। अब इस सीट पर भाजपा, कांग्रेस और BAP के बीच त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना बन गई है, जिससे चुनावी संघर्ष और भी रोचक हो गया है।
चौरासी सीट का राजनीतिक इतिहास
चौरासी सीट का राजनीतिक इतिहास भी दिलचस्प है। 2018 और 2023 के विधानसभा चुनावों में, वर्तमान सांसद राजकुमार रोत ने BAP के प्रत्याशी के रूप में यहां जीत दर्ज की थी। उन्होंने भाजपा के सुशील कटारा को भारी मतों से हराया था और 1 लाख 11 हजार से अधिक वोट प्राप्त किए थे। अब देखना यह है कि इस बार कौन इस सीट पर जीत दर्ज करता है।