आज 29 अक्टूबर को वैदिक पंचांग के अनुसार धनतेरस का शुभ पर्व मनाया जा रहा है। हर साल यह पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है, जो इस वर्ष भी धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

आज के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व होता है, जिन्हें आयुर्वेद के जनक और स्वास्थ्य के देवता माना जाता है। इस दिन सोने, चांदी, बर्तन और वाहनों की खरीदारी शुभ मानी जाती है।

धनतेरस के अवसर पर इस साल त्रिपुष्कर योग के साथ कई अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं, जो इस पर्व को और अधिक मंगलकारी बना रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन शुभ योगों में भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से साधक को सुख, सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति होती है।

धनतेरस का शुभ मुहूर्त और पंचांग:

आज सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक द्वादशी तिथि रहेगी, इसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जाएगी, जो 30 अक्टूबर दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक रहेगी। इस समय के दौरान, भगवान धन्वंतरि की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में समृद्धि और सुख-शांति का आगमन होता है।

साथ ही आज के दिन तैतिल और गर करण योग बन रहा है, जिसे शुभ माना जाता है। इन योगों में पूजा करने से भगवान धन्वंतरि की कृपा से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

शुभ योग और इंद्र योग का विशेष महत्त्व:

धनतेरस पर त्रयोदशी तिथि के साथ शिववास और इंद्र योग का भी संयोग बन रहा है। शिववास योग का समापन सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर हो जाएगा, इसके बाद दुर्लभ इंद्र योग रहेगा। इन योगों में की गई पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है। साधक को भगवान धन्वंतरि की कृपा से अमोघ फल की प्राप्ति होती है, जिससे उनके सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं।

पंचांग के अनुसार महत्वपूर्ण समय:

सूर्योदय: 06:31 बजे
सूर्यास्त: 05:38 बजे
ब्रह्म मुहूर्त: 04:48 से 05:40 बजे तक
विजय मुहूर्त: 01:56 से 02:40 बजे तक
राहुकाल: 02:51 से 04:15 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: 05:38 से 06:04 बजे तक