नई दिल्ली। 31 अक्टूबर के दिन पूरे देश में दीपावली का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाने वाला है। जिसकी तैयारी लोग बड़ी ही तेजी के साथ कर रहे है। घर में तरह तरह के व्यजंन बनाए जाने के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की तैयारी में लोग लगे हुए है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दिन (Diwali 2024) मां लक्ष्मी की पूजा यदि पूरे विधि विधान के अनुसार की जाए तो मां लक्ष्मी काफी प्रसन्न होकर आपके द्वार आती है। लेकिन अंजाने में भी हुई गलतियां आपके लिए भारी भी पड़ सकती है।, तो आइए जानते है मां लक्ष्मी की पूजा करने का तरीका
दीवाली पर पूजन की सामग्री
इस दिन आप माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की प्रतिमा घऱ पर लाएं।
इसके बाद एक थाल में कुमुकम, पीला सिंदूर, रोली, सुपारी, नारियल, अक्षत (चावल), के साथ हल्दी, दीप-धूप, कपूर, रूई,कलावा,आदि चीजों को रखें।
पूरे घर के द्वार पर अशोक व आम के पत्ते के तोरण बनाकर लगाएं।
मिटटी के दीपक और पीतल का दीपक रखें।
दही, शहद, गंगाजल, फूल, फल, गेहूं-जौ, दूर्वा
सिंदूर-चंदन, पंचामृत, बताशे, खील
लाल या पीले वस्त्र
लकड़ी की चौकी
कमल गट्टे की माला
कलश, शंख, थाली, चांदी का सिक्का
बैठने के लिए आसन और शुद्ध जल आदि चीजों को अपने पास रखें।
दीवाली पर लक्ष्मी पूजन विधि
सबसे पहले आप सुबह और पूजा करने से पहले स्नान करें।
फिर उस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करें।
मंदिर को पूर्ण रूप से व्यवस्थित और साफ करें।
फिर एक चौकी में लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को रखें। उनके सामने कलश को सजाएं उसमें जल, गंगाजल, सुपारी, आदि डालें।
हाथ में फूल और अक्षत लेकर मां लक्ष्मी का ध्यान करें।
देवी का ध्यान करते उन्हें दूध, दही, शहद, तुलसी और गंगाजल के मिश्रण से स्नान कराएं।
फिर मूर्ति को कुमकुम का तिलक लगाकर लाल फूलों की माला पहनाएं।
कमल का फूल अर्पित करें।
इसके बाद उन्हें खीले-खिलौने, बताशे, मिठाइयां फल, पैसे और सोने के आभूषण आदि अर्पित करें।
देवी के समक्ष घी का दीपक जलाएं।
देवी के वैदिक मंत्रों का जाप करें।
अंत में पूरा परिवार मिलकर गणेश भगवान और लक्ष्मी माता की कथा सुनें और फिर उनकी आरती उतारें।
पूजा समाप्त होने के बाद शंखनाद करें और क्षमायाचना करें।
फिर सभी में लक्ष्मी प्रसाद का वितरण करें।