भारत के अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच के पहले दिन भारत की बल्लेबाजी में आई अचानक गिरावट पर प्रतिक्रिया दी है। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत की पारी में एक वक्त ऐसा आया जब टीम का स्कोर 78/1 से अचानक 86/4 हो गया। इस अप्रत्याशित गिरावट के दौरान रोहित शर्मा (18), विराट कोहली (04) और यशस्वी जायसवाल (30) के विकेट झटके में गिर गए, जिससे टीम दबाव में आ गई।

जडेजा का कहना है कि ये सब महज 10 मिनट में हुआ, और टीम को संभलने का भी समय नहीं मिला। उन्होंने कहा, “यह एक टीम गेम है, और इस तरह की परिस्थिति में किसी एक खिलाड़ी को दोष देना सही नहीं है। क्रिकेट में छोटे-छोटे गलतियां होती रहती हैं।” उन्होंने टीम को सामूहिक रूप से जिम्मेदार मानते हुए कहा कि अगले बल्लेबाजों को अब साझेदारी बनाने और 230-235 के पार स्कोर तक पहुंचने की जरूरत है ताकि टीम खुद को मुकाबले में बनाए रख सके।

अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से मिलेगी जीत

जडेजा को विश्वास है कि टीम के पास अभी भी टेस्ट जीतने का अवसर है। उन्होंने कहा, “हम अभी मैच से बाहर नहीं हुए हैं। अगर हम अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी करते हैं तो इस मुकाबले को जीत सकते हैं। पिच में गेंदबाजों के लिए कुछ खास है, और अगर हम अनुशासित गेंदबाजी करते हैं तो खेल में बने रह सकते हैं।” जडेजा ने यह भी कहा कि शीर्ष क्रम के फ्लॉप होने के बावजूद निचले क्रम पर दबाव हमेशा बना रहता है, और यह क्रिकेट का एक हिस्सा है।

पहले मैच से नहीं किया अच्छा प्रदर्शन

जडेजा ने माना कि तीन मैचों की इस सीरीज में भारत की शुरुआत उम्मीद के अनुसार नहीं रही, खासकर पहले टेस्ट की पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने से टीम लगातार पिछड़ती चली गई। उन्होंने बताया कि पुणे टेस्ट में भी टीम ने वही गलतियां दोहराईं, जिससे स्थिति और खराब हो गई।

न्यूजीलैंड के खिलाफ हारी मैच

अपनी घरेलू धरती पर लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीतने वाली भारतीय टीम इस बार न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज हार चुकी है, जो जडेजा के लिए एक व्यक्तिगत झटका भी है। उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि जब तक मैं खेल रहा हूं, भारत में कोई सीरीज हारेंगे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो गया।