नई दिल्ली: महाराष्ट्र में चुनावी पारा उफान पर है, हर पार्टी अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। ऐसे में एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी भी अपने पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रत्याशी फारूक शाब्दी के लिए प्रचार प्रसार करने के लिए सोलापुर पहुंचे है। लेकिन मंच पर उनके भड़काऊ भाषण को सुनकर पुलिस ने उन्हें नोटिस थमा दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है
क्यों दिया गया नोटिस?
दरअसल ओवैसी को ऑनलाइन दिए गए नोटिस में पुलिस ने अपने भाषण में किसी भी धर्म और समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस न पहुँचाने के निर्देश के साथ भाषण में भड़काऊ शब्दों का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी है। नोटिस के विषय में इस यह देखकर अंदाज लगाया जा सकता है कि मच पर कुर्सी पर आसीन AIMIM प्रमुख अपने मोबाइल पर नोटिस पढ़ते हुए देखे गए। बताया जा रहा है कि यह नोटिस उन्हें केवल हिदायत के लिए दीिया गया है।
Watch: In Solapur, Maharashtra, police issued a notice to AIMIM National President and MP Asaduddin Owaisi. The notice was served on stage while he was campaigning for Farooq Shabdi, a candidate from Solapur Central constituency
— IANS (@ians_india) November 14, 2024
(13/11) pic.twitter.com/WLFn5tlB3S
वक्फ विधेयक 2024 पर दिया था भाषण:
दरअसल अपनी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में सोलापुर में ओवैसी ने वक्फ विधेयक 2024 की कड़ी आलोचना की थेी। इसके अलावा उन्होंने कथित “बुलडोजर न्याय” पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के इस कदम का स्वागत है। किसी आरोपी के दोषी सिद्ध होने से पहले उनके घरों को नहीं गिराया जाना चाहिए।
एआइएमआइएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में कहा कि यदि किसी मोहल्ले में 50 घर है बाकी सभी घर अवैध नहीं होते हैं, केवल एक विशेष जाति के व्यक्ति का घर अवैध घोषित कर दिया गिरा दिया जाता है, यह किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है, और यह द्वेष से परिपूर्ण होता है। और बीजेपी ऐसी कार्यवाही का महिमा मंडल करती है यह सर्वथा गलत है।