नई दिल्लीः केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से समाज के सबसे अंतिम पायदान पर रहने वालों को सरकारी स्कीम का पूरा पूरा फायदा मिले इसके लिए सिस्टम में कई बड़े बदलाव किए गए। इसी तरह जिस बेटी को समाज में पहले अभिशाप समझा जाता था उसी बेटी के सम्मान को बढ़ाने और उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार ने कई स्कीम चलाई है। उसी में से एक है सुकन्या संमृद्धि योजना। यदि आपके घर में भी कन्या रत्न है तो आप भी इस स्कीम का भरपूर फायदा ले सकते हैं। यदि घर में एक की बजाय दो बेटियां हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। ऐसे परिवारों के लिए सरकार क्या कर रही है जिनके घरों में दो कन्याएं है जाने इस आर्टिकल में।
जिस बेटी के पहले पैदा होने पर घर में चिंता की लहर फैल जाती थी सरकार ने कई स्कीम चला कर उन्हीं कन्याओं को समृद्धि बनाने का काम किया है। इस स्कीम का फायदा लेने के लिए जानकार बताते हैं कि पहले छोटा निवेश करें, फिर आगे की तैयारी कर बड़े निवेश की ओर बढ़ें, तो बिटिया की पढ़ाई से लेकर शादी तक छप्परफाड़ रकम मिलेगी। सरकार की इन योजनाओं के चलने से से कन्या के घर वालों को पढ़ाई से लेकर शादी तक की हर चिंता खत्म हो जाएगी।
पहले के मुकाबले कम होता जा रहा ब्याज
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए वरदान साबित हो रही है। अब कन्या के पिता को छप्पर फाड़ लाभ मिल सकता है। इस योजना का पूरा लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी बातें हैं, जिनका जानना बेहद ज़रूरी है। हालांकि समय बीतने के साथ इस योजना में ब्याज दर घटती जा रही है। जो निराशा का कारण बनता जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत साल 2014 में की थी। सुकन्या योजना को शुरू हुए अब तक करीब 9 साल का समय बीत चुका है। इस दौरान इस योजना में कई बड़े बदलाव देखने को मिले।
सुकन्या योजना में होने वाले बदलाव
सुकन्या योजना शुरू होने के बाद 1 अप्रैल, 2015 में ब्याज दर बढ़कर 9.2 फीसदी किया गया, इसके बाद साल 2018 में इस योजना को झटका लगा ब्याज दर घटाकर 8.5 फीसदी किया गया। दूसरा झटका 31 मार्च 2020 को लगा, जब फिर से ब्याज दर को घटा कर 8.4 प्रतिशत किया गया। फिर 30 जून 2020 की तिमाही में सरकार ने ब्याजदर को घटा कर 7.6 प्रतिशत कर दिया। यदि कुल हुए बदलाव को देखें तो योजना के चालू होने के बाद से अब तक 2 फीसदी ब्याज दर घटाई गई है।