नई दिल्ली।  हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला करवाचौथ इस साल हर सुहागिन महिलाओं के लिए खास होने वाला है। क्योकि इस साल 100 साल बाद करवा चौथ पर एक दुर्लभ संयोग बन रहा है जिसमें ग्रहों की खास स्थिति बन रही है. जो इस दिन के महत्व को और दोगुना कर रही है।

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने इस साल के करवा चौध में होने वाले इस संयोग के बारे में बताते हे कहा है कि इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर दिन बुधवार को रखा जाएगा। जिसमें करवा चौथ के दिन 100 साल के बाद ऐसा महासंयोग बनने जा रहा है जो पर्व के महत्व दोगुना कर रहा है। इस साल का करवा चौथ का व्रत जो महिलाए कर रही है उन्हें अखंड सौभाग्यवती और सुखमय वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है।इस दिन चंद्रमा को दूध का भोग अवश्य लगाएं।

जानें शुभ मुहूर्त
कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन करवा चौथ मनाया जाता है. इस साल चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर की रात 10 बजकर 42 मिनट से शुरू हो रही है और अगले दिन यानी 1 नवंबर दिन बुधवार रात 09 बजकर 53 मिनट पर इसका समापन होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार 1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा. इस दिन रात 8 बजे चंद्रोदय होगा और 8 बजकर 05 मिनट में चंद्रमा दिखाई देगा। इसलिए 1 नवंबर की शाम 05 बजकर 12 मिनट से रात 8 बजकर 05 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहने वाला है। इस समय आप चंद्रमा को देखकर व्रत तोड़ सकते हैं। यह समय काफी शुभ रहने वाला है।

शुभ योग के बन रहे संयोग

इस साल के करवा चौथ के दिन चंद्रमा में मंगल और बुध एक साथ विराजमान होने वाले है. जिससे बुधआदित्य योग बन रहा है. इसके साथ ही उस दिन शिवयोग या शिववास और सर्वार्थ योग भी बन रहा है।जिसके कारण इस साल का करवा चौथ काफी शुभ रहने वाला है। जो सुहागन महिलाएं इस दिन व्रत रखकर चन्द्रमा को अर्ध्य देंती है उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होगी. साथ ही वैवाहिक जीवन सुखमय रहने वाला है।