नई दिल्ली। हर साल कार्तिक मास की अमावस्‍या (Kartik Month Amavasya) को दीपावली का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम के साथ पूरा देश मनाता है। इस दिन माता लक्ष्‍मी के साथ श्रीगणेश की पूजा होती है। इस बार दिवाली (Diwali) का त्‍योहार 12 नवंबर रविवार के दिन मनाया जा रहा है। आज के दिन घर पर लोग दिया जलाकर मां लक्षंमी के आगमन की तैयारी करते है। ज्‍योतिष की मानें तो दिवाली के दिन कुछ विशेष स्‍थानों पर दीपक रखने से मां लक्ष्‍मी की कृपा हमेशा बनी रहती है और घर में कभी किसी चीज की कमी नही होती है।

इन 8 जगहों पर जलाएं दीपक

दिपावाली के दिन जब घर पर पूजा हो इसके बाद घर के मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं, क्योकि माता लक्ष्‍मी आपके द्वारा से ही होकर प्रवेश करती है। द्वार को साफ सुथरा रखें और फूलों, रंगोली आदि से द्वार के सजाकर रखें। इससे माता खुश हो जाती है।

दिवाली के दिन भंडार गृह में दीपक जलाना जरूर होता है। भंडार गृह माता लक्ष्‍मी का विशेष स्थान माना जाता है। अगर ऐसा किया जाए तो घर में अन्‍न की कभी कोई कमी नहीं रहती।

जिस स्‍थान पर आपका धन रखा जाता है, उस स्‍थान पर भी दीपक जरूर रखें. इससे माता लक्ष्‍मी प्रसन्‍न होती हैं और घर में धन की कमी कभी नही होगी।

आप जिस वाहन को चलाते हैं, उस जगह पर भी एक दीपक जरूर रखें। इससे माता लक्ष्‍मी की कृपा रहती है.

नल, कुआं या कोई अन्य पानी के स्रोत पर भी दीपक जरूर जलाना चाहिए. माता लक्ष्‍मी को प्रकृति का रूप कहा गया है। ऐसे में जल प्रकृति के अभिन्‍न अंगों में से एक है।

यदि घर के आसपास पास कोई मंदिर है तो वहां एक दीपक जरूर रखें. इससे भगवान का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहेगा।

पीपल के वृक्ष में भी दीपक रखना चाहिए क्योकि इसमें 33 कोटि देवताओं का वास होता है. पीपल को नारायण का स्‍वरूप भी माना जाता है। पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक रखने से माता लक्ष्‍मी बेहद प्रसन्‍न रहती हैं क्‍योंकि वो दीपक नारायण को समर्पित होता है।

एक दीपक घर के आंगन में मौजूद तुलसी के पौधे के पास रखना चाहिए. तुलसी के पौधे को माता लक्ष्‍मी का रूप माना गया है।