वास्तु शास्त्र हमारे भारत का एक प्राचीन शास्त्र है। जिसमें घर के निर्माण से लेकर उसमें रखी गई वस्तुओं के सही स्थानों के बारे में बहुत सी बातें बताई गई है। आज भी बहुत से लोग वास्तु शास्त्री के तौर पर प्रोफेशनली कार्य करते हैं। आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र में जिस प्रकार के घर में प्रत्येक वस्तु को रखने के लिए विशेष स्थानों के चुनाव के बारे में बताया गया है।

उसी प्रकार से घर के किचेन में भी वर्तनों को रखने के लिए विशेष नियम वास्तु शास्त्र में बताये गए हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप अपने किचेन में कुछ वर्तनों को उल्टा करके रख देते हैं तो आपको वास्तु दोष लग जाता है। जिससे आपके जीवन में कई समस्याएं आ सकती हैं।

लग सकता है वास्तु दोष

किचेन में तवे का उपयोग रोटी बनाने के लिए किया जाता है लेकिन आपको बता दें कि तवे को कभी उल्टा नहीं रखना चाहिए। ऐसा करे पर आपको वास्तु दोष लगता है। इसके कारण आपके घर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।

इसके अलावा यदि आप सब्जी बनाते हैं या किसी भी चीज को तलते हैं तो कढ़ाई का उपयोग करते ही हैं। आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार कढ़ाई को उल्टा करके नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है। वास्तु शास्त्र में यह भी बताया गया की तवे तथा कढ़ाई का इस्तेमाल करने के बाद में इनको गंदा नहीं छोड़ना चाहिए बल्कि इनको धो कर साफ़ करके रखना चाहिए।

इस दिशा में रखें वर्तन

वास्तु शास्त्र के अनुसार पीतल, स्टील तथा तांबे के वर्तनों को हमेशा किचेन की पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। यदि आप अपने घर में इन वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रख कर कार्य करेंगे तो जीवन में आने वाली बहुत सी समस्याओं से आसानी से बच सकते हैं।