रत्न शास्त्र में मुख्यरूप से 9 रत्न के बारे में बताया गया है। हर रत्न का संबंध किसी न किसी ग्रह के साथ होता है। रत्न धारण करना हमारे लिए काफी अच्छा भी माना जाता है। आप में से भी काफी लोग रत्न धारण करते होगे। लेकिन आज हम माणिक्य रत्न के बारे में आपको बताने वाले है। इस रत्न को रूबी के नाम से भी जाना जाता है। माणिक्य रत्न का सीधा संबंध सूर्य ग्रह से है। आइये माणिक्य रत्न किन किन को पहनना चाहिए और पहनने की विधि जान लेते है।

माणिक्य रत्न के फायदे

माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह से सीधा संबंध रखता है। जिन जातको की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में है। ऐसे जातको के लिए माणिक्य रत्न काफी फायदेमंद माना जाता है। इससे जातक की कुडंली का सूर्य मजबूत होता है। इसके अलावा आँख, पित्त और ह्रदय से जुडी समस्या वाले लोगो के लिए भी माणिक्य रत्न काफी अच्छा माना जाता है। माणिक्य रत्न पहनने से समाज में मान-सम्मान मिलता है।

किन लोगो को पहनना चाहिए माणिक्य रत्न

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक धनु, सिंह और मेष राशि के जातको के लिए माणिक्य रत्न पहनना शुभ माना जाता है। इसके अलावा नेत्र और ह्रदय रोग से पीड़ित जातको के लिए भी माणिक्य रत्न खूब अच्छा होता है।

किन लोगो को माणिक्य रत्न नही पहनना चाहिए

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंभ, कन्या, तुला, मकर और मिथुन राशि के जातको के लिए माणिक्य रत्न पहनना अशुभ माना जाता है। तेल, कोयले और लोहे के काम से जुड़े जातको को भी माणिक्य रत्न नही पहनना चाहिए।

माणिक्य रत्न पहनने का सही समय

माणिक्य रत्न रविवार के दिन पहनना शुभ माना जाता है। इसके अलावा माणिक्य रत्न हमेशा ही तांबे या सोने की अंगूठी में जड़वाकर ही पहने। माणिक्य रत्न अनामिका ऊँगली में ही धारण करना चाहिए। कम से कम 2 से 3 कैरेट का माणिक्य रत्न पहनना चाहिए।