नई दिल्ली। Shardiya Navratri 2024: बैसे तो साल भर में 4 बार नवरात्रि आती हैं लेकिन इनमें सबसे ज्यादा महत्व चैत्र नवरात्रि व शारदीय नवरात्रि का होता है। शारदीय नावरात्र में मां दुर्गा 9 दिन धरती पर वास करती है। जिससे हर किसी भक्त की मनोकामना असानी के साथ पूरा हो जाती है। इस साल मां दुर्गा का आगमन 3 अक्टूबर से हो रहा है, और 12 अक्टूबर तक रहेगा। इस साल शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन हस्त नक्षत्र में होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हस्त नक्षत्र शुभ नक्षत्रों में से एक माना गया है। मान्यता है कि इस नक्षत्र में पूरे विधिविधान के साथ मा देवी की सेवा करने से शुभ फल प्राप्त होता है। लेकिन इस साल मा दुर्गी सिह पर सवार होकर नही आ रही है बल्कि सवारी डोली पर बैठकर आएंगी और जब इस धरती से प्रस्थान करेगीं तो चरणायुध (मुर्गे) पर बैठकर जाएंगी।
इस साल माता रानी के आगमन व प्रस्थान की सवारी दोनों ही शुभ नहीं मानी जा रही है।
माता के आगमन व प्रस्थान की सवारी का महत्व-
जब नवरात्र गुरुवार के दिन से प्रारंभ होती है तो माना जाता है कि मां दुर्गा का वाहन डोली होगी, जो कष्टों या विनाश का कारक मानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस साल मां दुर्गा का आगमन डोली पर होता है उस साल देश में प्राकृतिक आपदा का आना निश्चित है। इसके अलावा इस साल माता का प्रस्थान भी चरणायुध पर हो रहा है, इसे भी शुभ नहीं माना गया है।
इस तरह की सवारी के संकेत यह बता रहे है कि इस साल तबाही का मंजर देखने को मिल सकता है।
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