घर में शांति और सकारात्मक माहौल बनाए रखना हर परिवार की प्राथमिकता होती है। लेकिन कई बार, बिना किसी कारण के ही घर में क्लेश और अशांति का माहौल बनने लगता है। इसका मुख्य कारण घर में बढ़ती नकारात्मक ऊर्जा हो सकता है, जो अक्सर वास्तु दोष के कारण उत्पन्न होती है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में गलत ढंग से रखी चीजें या गंदगी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं, जिससे परिवार के सदस्यों में तनाव और विवाद बढ़ सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान वास्तु उपाय, जिनसे आप अपने घर को नेगेटिव एनर्जी से मुक्त कर सकते हैं और परिवार में सुख-शांति बनाए रख सकते हैं।

नमक का उपयोग करें

रोजाना पानी में थोड़ा-सा नमक मिलाकर पोछा लगाने से घर की नेगेटिव एनर्जी दूर होती है। नमक में प्राकृतिक शुद्धिकरण के गुण होते हैं जो नकारात्मकता को कम करने में सहायक होते हैं। यह उपाय न केवल घर को साफ रखता है, बल्कि इसके सकारात्मक प्रभाव से गृह क्लेश की स्थिति भी दूर होती है।re

घर की साफ-सफाई पर ध्यान दें

सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए जरूरी है कि घर की सभी चीजें व्यवस्थित और साफ-सुथरी हों। घर में फैली गंदगी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, इसलिए नियमित रूप से साफ-सफाई करें। प्राकृतिक रोशनी का भी घर में प्रवेश जरूरी है। दिन के समय घर के दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें ताकि ताजगी और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।

मुख्य द्वार पर हल्दी का छिड़काव

सुबह के समय घर के मुख्य द्वार पर पानी में हल्दी मिलाकर छिड़काव करें और स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती। इसके साथ ही मेन गेट पर सुबह और शाम दीपक जलाएं। माना जाता है कि दीपक की रोशनी से सकारात्मकता का संचार होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

गंगाजल और धूप का प्रयोग

घर में गंगाजल का छिड़काव भी नेगेटिव एनर्जी को कम करता है। गंगाजल को पवित्र माना जाता है और इसका नियमित छिड़काव घर के वातावरण को शुद्ध बनाता है। इसके अलावा, मंगलवार और शनिवार को लोबान और गुग्गुल की धूनी देने से भी घर का वातावरण सकारात्मक बनता है।

कबाड़ को दूर रखें

घर में कबाड़ या फालतू सामान न रखें, खासकर मुख्य द्वार पर। वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार से ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है, इसलिए वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।