आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। इंडिया में जुगाड़ को ज्यादा महत्त्व दिया जाता है। कंपनियां तो अपने हिसाब से कार और बाइक बनाती है। लेकिन जो धरती से जुड़े लोग हैं, वे अपने हिसाब से उसमें बदलाव कर लेते हैं। पुराने स्कूटर से कोई लोडिंग थ्री व्हीलर बना लेता है तो कोई कुए से पानी निकालता है। इंजन से कई तरह से जुगाड़ बना लेते हैं। लेकिन इन सभी के बीच अब जमाना आ गया है इलेक्ट्रिक स्कूटर और बाइक का। इलेक्ट्रिक व्हीकल की धूम ऐसी मची है कि हर कोई इनका दीवाना हो गया है। इलेक्ट्रिक स्कूटर भी 40 हजार से 4 लाख या ऊपर की रेंज में है।

इलेक्ट्रिक सेगमेंट में न्यू स्टार्टअप

इलेक्ट्रिक सेगमेंट में न्यू स्टार्टअप का बोलबाला रहा है। ज्यादा बड़ा सेटअप ना लगाकर, छोटे निवेश में ही कंपनी शुरू कर दी। इलेक्ट्रिक में इंडियन बाइक्स और स्कूटर ने बड़ी कंपनियों को पीट दिया। इलेक्ट्रिक सेगमेंट में केंद्र और राज्य सरकारें भी मदद कर रही है। राज्य सरकारें टैक्स फ्री भी कर रही है। कुछ राज्यों में टैक्स को काफी कम कर दिया गया है। पेट्रोल व्हीकल बनाने वाली कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर बेहद कम बिक रहे हैं।

जब हम किसी भी वाहन का विचार करते हैं तो हमारे मन में सहज ही स्कूटर, मोटर साइकिल या कार आदि के विचार आने लगते हैं। यह भी सच है कि वाहन चाहें जो हो, उसका पहियां उसका महत्वपूर्ण अंग होता है। आजकल दुनियाभर के वाहन निर्माता एक पहियें वाले वाहन का निर्माण करने में लगे हुए हैं। भारत में भी एक व्यक्ति ने एक पहियें के स्कूटर का निर्माण अपने ही घर पर करके दुनियाभर को चौका दिया है।

इस व्यक्ति ने अपने ही घर पर “सेल्फ बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर” को निर्मित किया है। स्कूटर के निर्माण कार्य को इस व्यक्ति ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी वीडियो डालकर दिखाया है। आज हम आपको इस व्यक्ति के डाले गए वीडियो को यहां दिखा रहें हैं। इसमें आप देखेंगे की किस प्रकार से इस व्यक्ति ने इस स्कूटर को बनाया है।

How To Make Self-Balancing One Wheel Electric Scooter At Home Part-2  || DIY | Creative Science