नई दिल्ली: किसी भी वाहन की लंबी उम्र के लिए समय समय पर सर्विसिंग कराना जरूरी होता है। यदि बाइक या स्कूटर की एक निश्चित अंतराल के बाद या निर्धारित किलोमीटर के बाद सर्विसिंग नहीं कराई जाए, तो वाहन के खराब होने का खतरा बनना शुरू हो जाता है। जानकार मानते हैं कि 2 हज़ार किलोमीटर चलने के बाद स्कूटर या बाइक की सर्विसिंग आपको जरूर करा लेनी चाहिए, नहीं तो थोड़ी सी लापरवाही से हजारों रुपए की चपत लग सकती है।
बाइक या स्कूटर अपना खुद का ऐसा भरोसेमंद साधन होता है जिससे पर सवार होकर आप समय पर अपनी मंजिल तक पंहुच सकते हैं। यदि बाइक अच्छी कंडीशन में हो तो माइलेज अच्छा मिलता है, अन्यथा बाइक में पेट्रोल की खपत बढ़ने लगती है जो जेब पर भारी पड़ता है। इसीलिए बेहतर माइलेज के लिए समय-समय पर बाइक या स्कूटर की सर्विसिंग कराना आवश्यक होता है। सवाल यह उठता है कि बाइक या स्कूटर की सर्विसिंग कितने किलोमीटर बाद करानी चाहिए।
कितने किलोमीटर में काराएं सर्विसिंग?
जनकारों का मानना है कि, बाइक की अच्छी कंडीशन और ज़्यादा माइलेज के लिए समय-समय पर बाइक की सर्विसिंग करना आवश्यक होता है। इसके लिए 2000 किलोमीटर की लिमिट सबसे सही मानी गई है। यदि समय पर आप बाइक की सर्विसिंग नहीं करते हैं तो बाइक कभी भी रास्ते में धोखा दे सकती है, या फिर उसका माइलेज आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।
सर्विसिंग के दौरान किन बातों का रखें ध्यान ?
सर्विस करते वख्त इंजन ऑयल और ऑयल फिल्टर बदलना ज़रूरी होता है।
एयर फिल्टर बदलें।
स्मूथ राइड के लिए चेन की जांच और तेल डालना आवश्यक होता है।
ब्रेक पैड्स की जांच अवश्य कराएं।
वायरिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच कराएं।