नई दिल्ली : भारत मे तेजी से इन दिनों एक से बढ़कर एक फीचर्स की बाइक बड़ी बड़ी कपंनियों के द्वारा पेश की जा रही है जो पूरी तरह से आधुनिक फीचर्स से लैस होती है। आज के समय की बाइक में उसके लुक से लेकर इंजन तक में काफी बदलाव देखने को मिला है। इसके साथ ही इसमें एक बड़ा बदलाव उसके किक को लेकर भी देखने को मिला है।
आज के समय की ज्यादातर मंहगी बाइक्स में अब आपको किक का ऑप्शन देखने को नही मिलेगा। क्योकि कंपनियों ने महंगी और प्रीमियम बाइक्स में किक सिस्टम देना बंद कर दिया है। अब आप जानना चाहेंगे कि किक सिस्टम को हटाने का मकसद क्या वजह है? क्या कंपनियां पैसा बचाने के लिए ऐसा कर रही हैं या कुछ और कारण है? चलिए जानते हैं इसके बारे में..
किस से कैसे स्टार्ट होती है बाइक
पहले के समय में जो बाइक आती हैं, उसमें सेल्फ स्टार्ट सिस्टम नही होता था। तब बाइक के स्टार्ट होने पर जो प्रेशर इसमे लगता है उस लगने वाले दबाब से पेट्रोल इंजन तकपहुंच जाता था और जब इंजन चालू होता था तभी बाइक की लाइट और इंडीकेटर्स भी इंजन से पैदा होने वाली एनर्जी से चलना शुरू हो जाते थे। आपने देखा भी होगा जब बाइक स्टार्ट होती है, हैडलाइट धीरे जलती थी और जब बाइक का एक्सीलेटर देते थे तो लाइट तेज हो जाती थी।
अब क्यों नहीं आती किक
आज के समय की बाइक को FI यानि की फ्यूल इंजेक्टर सिस्टम के साथ पेश किया जा रहा है, इसमें टैंक से इंजन तक ईधन को पहुंचाने के लिए एक मोटर लगी रहती है। और यह मोटर अब बैटरी से मिलने वाली लाइट से चलती है। यदि किसी कारणवश बैटरी चलना बंद हो जाती है तो आपका गाड़ी भी वही बंद हो जाएगी क्योकि फ्यूल भी इंजन तक नहीं पहुंचेगा। ऐसी स्थिति में किक से स्टार्ट करने पर बाइक स्टार्ट नहीं होगी।
इसका दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि बाइक का सेल्फ जल्दी खराब भी हो जाता था, जिस पर कंपनियों ने बहुत काम किया और इस कमी को दूर कर दिया है. इस वजह से अब महंगे प्रिमियम में आने वाली बाइक्स में किक स्टार्ट का सिस्टम ही बंद कर दिया गया है. इन बाइक्स की बैटरी भी बाइक के एनर्जी रिजनरेटिव सिस्टम के जरिए खुद से चार्ज भी हो जाती हैं. इसलिए बैटरी भी कम ही डाउन रहती है