भारत के टूव्हीलर मार्केट में प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो काफी लंबे समय से राज कर रही है। इस कपंनी के बाइक स्कूटर अपने दमदार परफारमेंस के ले जाने जाते है। लेकिन इस समय कपंनी Bajaj कालूली दांव-पेच की झंझट में फंस गई है। साल 2002 में एसजी कॉरपोरेट ने LML को बाजार में उतारा था।
अब LML और Bajaj ऑटो के बीच कानूनी जंग छिड़ी हुई है। एसजी कॉरपोरेट ने Bajaj ऑटो को सीएनजी बाइक के लिए ‘Freedom’ नाम का इस्तेमाल किए जाने को लेकर कोर्ट में घसीटा है।
अभी हाल ही में Bajaj Auto घरेलू बाजार में दुनिया की पहली सीएनजी बाइक Bajaj Freedom 125 को लॉन्च किया था। जिसने मार्केट में आते ही धमाल मचा दिया था। डुअल-फ्यूल टेक्नोलॉजी वाली ये अपनी तरह की दुनिया की पहली बाइक मानी जाती है। लेकिन अब इस बाइक के नाम को लेकर LML की मूल कंपनी एसजी कॉरपोरेट ने बजाज ऑटो को कटघरे में ला खड़ा किया है।
क्या है मामला:
LML की मूल कंपनी एसजी कॉरपोरेट मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा दायर करते हुए बजाज ऑटो पर ट्रेडमार्क “Freedom” के अनधिकृत उपयोग का आरोप लगाया गया है। आज के समय में बजाज फ्रीडम अपनी ख़ास टेक्नोलॉजी को लेकर दुनिया भर में मशहूर हो रही है।
हालांकि, एसजी कॉरपोरेट मोबिलिटी का मानना है कि बजाज द्वारा “फ्रीडम” नाम का उपयोग ट्रेडमार्क के उसके अधिकारों का उल्लंघन करता है, जिसका इस्तेमाल मूल रूप से एलएमएल कपंनी ने 2002 में लॉन्च की गई अपनी पहली दमदार बाइक “फ्रीडम” के लिए किया था. LML Freedom बाइक उस समय की सबसे शानदार और दमदार माइलेज के लिए जानी जाती थी। यह नाम आज भी लोगं की जुंबा पर बना हुआ है।
अब Bajaj के इस नम के चुराने के बाद एसजी कॉरपोरेट मोबिलिटी ने दावा किया है कि इस नाम का इस्तेमाल उसके इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स का उल्लंघन करता है। जिसका सीधा असर उनके एलएमएल फ्रीडम ब्रांड में देखने को मिलेगा। ऐसे में फ्रीडम नाम को लेकर शुरू हुई ये कानूनी लड़ाई Bajaj Freedom CNG के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है।