आज के समय में मोटर साइकिल जहां काफी तेजी से सेल होती जा रही हैं। वहीं इनसे होने वाली दुर्घटनाओं का आकड़ा भी बढ़ा है। इस प्रकार की दुर्घटनाओं को जीरो करने का लक्ष्य रखते हुए यामाहा ने अपनी सेल्फ-बैलेंसिंग बाइक को बाजार करने का निर्णय ले लिया है।

यामाहा की यह बाइक एक इलेक्ट्रिक बाइक है तथा एएमएसएएस का घटक है। यामाहा अपने ग्राहकों के लिए उन्नत रूप से एक दुर्घटना मुक्त वाहन को बनाना चाहती है। जो कंपनी ने जिन-की कन्नो x जिन-की एनज़ेन विजन का हिस्सा है।

यामाहा R25 पर किया जा रहा है परीक्षण

आपको बता दें कि यामाहा अपनी बाइक R25 पर सेल्फ-बैलेंसिंग फीचर्स का परीक्षण कर रही है। किसी भी तकनीक को उन्नत बनाकर पेश करने में समय लगता है इस कारण इस बाइक के जल्दी ही लांच होने की उम्मीद कम है। हालांकि यदि यह बाइक परीक्षण में पास हो जाती है तो यामाहा जल्दी ही सेल्फ-बैलेंसिंग बाइक को पेश कर सकती है।

कैसे काम करती है सेल्फ-बैलेंसिंग तकनीक

आपको बता दें कि सेल्फ-बैलेंसिंग तकनीक कम गति पर वाहन के झुकाव को स्थिर कर कार्य करती है। स्टीयरिंग तथा ड्राइविंग फ़ोर्स को नियंत्रित करने के लिए क्रमशः फ्रंट व्हील तथा हैंडलबार पर मोटर एक्चुएटर्स लगाए जाते हैं। इन एक्चुएटर्स को आईएमयू द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यह सिस्टम बाइक को कम गति पर सेल्फ-बैलेंसिंग रूप में स्थिर करने की अनुमति देता है।

आप इस तकनीक के सहारे परीक्षण वाहन को बिना सवार के भी चलते हुए देख सकते हैं। बाइक को चलते या रुकते समय सामने के पहिये पर स्थापित एक्चुएटर द्वारा स्थिरता प्रदान की जाती है। एक बार वाहन के चलने पर हैंडलबार एक्चुएटर द्वारा स्थिरता प्रदान की जाती है।

संक्षेप में बताएं तो सेल्फ-बैलेंसिंग तकनीक वाहन के चलने की गति पर कार्य करती है। इस प्रकार के परिदृश्य में किसी राइडर इनपुट की आवश्यकता नहीं होती है। यामाहा की बाइक में यह तकनीक अभी मध्य विकास चरण में चल रही है।